तमिलनाडु में सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा, मरीना बीच में शाम 4.30 बजे होगा अंतिम संस्कार
नई दिल्ली। तमिलनाडू की दिवंगत मुख्यमंत्री तथा अन्नाद्रमुक प्रमुख जे. जयललिता का आज
शाम 4:30 बजे मरीना बीच पर MGR मेमोरियल के पास अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उनके पार्थिव शरीर का हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से अंतिम संस्कार नहीं कर
दफनाया जाएगा। इसके लिए MGR मेमोरियल के पास में सभी तैयारियां पूरी कर ली
गई हैं। फिल्मों से लेकर राजनीति तक MGR ने ही जयललिता को सपोर्ट किया था।
एक दिवसीय शोक घोषित
केंद्र सरकार ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक प्रमुख जे. जयललिता के निधन पर आज एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। तमिलनाडु सरकार ने सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक के अलावा तीन दिन तक सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने की घोषणा की है। इस अवधि के दौरान सभी सरकारी भवनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा आधिकारिक तौर पर मनोरंजन के कार्यक्रम भी नहीं होंगे। वहीं पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी ने भी जयललिता के सम्मान में मंगलवार को सभी सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में एक दिन की छुट्टी की घोषणा की है।
वहीं राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्ना द्रमुक प्रमुख जे. जयललिता के अंतिम दर्शन के लिए आज चेन्नई जाएंगे। मुखर्जी को आज कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का उद्घाटन करना था, लेकिन अंतिम समय में उनके कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। हालांकि राष्ट्रपति के विमान में तकनीकी खाई आ गई है। वहीं अब राष्ट्रपति फिर से चेन्नई के लिए रवाना हो चुके हैं। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयललिता को अंतिम विदाई दी। जयललिता के अंतिम दर्शन के लिए रजनीकांत दामाद धनुष के साथ पहुंचे। उधर, राजाजी हॉल के पास जयललिता के अंतिम दर्शन करने के लिए लोग बेकाबू हुए । पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा।
तमिलनाडु में सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा
तमिलनाडु में कल देर रात मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद यहां मंगलवार से सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा कर दी गयी है। राज्य मुख्य सचिव पी राम मोहन राव ने एक अधिसूचना में कहा कि इस अवधि में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और इस दौरान कोई आधिकारिक मनोरंजन भी नहीं होगा। अधिसूचना में कहा गया है कि राज्य सरकार बड़े दुख के साथ राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन होने की घोषणा करती है। राव ने कहा कि छह दिसंबर मंगलवार से सात दिनों का राजकीय शोक होगा। इस अवधि में सभी सरकारी भवनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस अवधि में आधिकारिक मनोरंजन भी नहीं होगा। सरकार ने राज्य में सभी शिक्षण संस्थानों में भी तीन दिन के अवकाश की भी घोषणा की। पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी ने भी जयललिता के सम्मान में मंगलवार को सभी सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में एक दिन की छुट्टी की घोषणा की है।
मरीना बीच में शाम 4.30 बजे होगा अंतिम संस्कार
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और एआईएडीएमके पार्टी प्रमुख जे जयललिता के निधन से पूरा देश सदमे में है। अपोलो अस्पताल के मुताबिक, जयललिता ने रात 11.30 बजे अंतिम सांस ली और उसके बाद उनका लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटा लिया गया। जयललिता के निधन से देश सदमे में है। चेन्नई में अम्मा के समर्थकों ने अपोलो अस्पताल के बाहर हंगामा किया, ऐसे में हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। जयललिता का अंतिम संस्कार आज शाम को मरीना बीच पर किया जाएगा। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर राजाजी हॉल में रखा गया है। इससे पहले शाम में जयललिता के निधन की अटकलें चली थीं, जिसे अपोलो अस्पताल ने तुरंत खारिज कर दिया था।
‘अम्मा’ के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा भावनाओं का ज्वार
जयललिता के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए राजाजी हॉल में रखा गया है जहां ‘अम्मा’ को श्रद्धांजलि देने के लिए भावनाओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। उनके पार्थिव शरीर को पुलिस वाहनों और सशस्त्र सुरक्षाबलों के काफिले के साथ अस्पताल की एम्बुलेंस से पोस गार्डन स्थित उनके आवास ले जाया गया और वहां से उसे आम जनता के दर्शन के लिए गवर्नमेंट एस्टेट पर स्थित राजाजी हॉल ले जाया गया। हजारों बिलखते लोगों ने अपनी प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। जयललिता के पार्थिव शरीर को कामराज सलाई (बीच रोड) के जरिये आज सुबह करीब छह बजे राजाजी हॉल ले जाया गया। वह अक्सर इसी रास्ते से राज्य सचिवालय जाती थी। उनके अंतिम दर्शन के लिए महिलाओं समेत हजारों लोग सड़क के दोनों ओर लंबी-लंबी कतारों में लगे हैं। जयललिता की करीबी रही शशिकला और उनकी परिचित इलावारसी पार्थिव शरीर के साथ हैं।
नवनियुक्त मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
नवनियुक्त मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने भी जयललिता को श्रद्धांजलि दी। पन्नीरसेल्वम ने आज तड़के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू, अन्नाद्रमुक के लोकसभा सांसद एम थंबीदुरई, पार्टी विधायकों, वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने भी नम आंखों से जयललिता को विदाई। नेताओं के बाद समाज के विभिन्न वर्ग के लोग, पार्टी कार्यकर्ता और अन्य लोग कल रात से ही ‘अम्मा’ की अंतिम झलक पाने का इंतजार कर रहे हैं। राजाजी हॉल में हद्विदारक दृश्य देखने को मिल रहे हैं। शोकाकुल सैकड़ों महिलाएं अपनी छाती पीट रही है और लगातार विलाप रही हैं। पुरात्चि थलाइवी वाझगा’ (क्रांतिकारी नेता अमर रहे) और ‘अम्मा….अम्मा’ के नारों के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं ने जयललिता के पार्थिव शरीर को लाने वाली एम्बुलेंस पर भी फूल चढ़ाये। अन्नाद्रमुक के ध्वज में लिपटा पार्थिव शरीर जैसे ही राजाजी हॉल पहुंचा सुरक्षा कर्मियों ने उसे तिरंगे में लपेट दिया। लोगों के दर्शन के बाद जयललिता का अंतिम संस्कार शाम साढ़े चार बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ मरीना बीच पर उनके राजनीतिक गुरु एमजीआर की समाधि के पास किया जाएगा।