कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी ने राज्य सभा में पार्टी के उप नेता आनंद शर्मा पर जेएनयू कैंपस में हमला किया
नई दिल्ली। जेएनयू में चल रहे छात्र विवाद के बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी ने राज्य सभा में पार्टी के उप नेता आनंद शर्मा पर जेएनयू केम्पस में हमला किया है। आपकों बता दें कि उस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ जेएनयू के दौरे पर गए है।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। शर्मा पर सरकार से संरक्षण प्राप्त एबीवीपी के गुंडो ने सरेआम जेएनयू परिसर में हमला किया। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछते है कि क्या कानून व्यवस्था आप की जिम्मेदारी नहीं है। दिल्ली पुलिस के संरक्षण के बिना एबीवीपी के गुंडे शर्मा पर हमला कैसे कर सकते है।
क्या प्रधानमंत्री एबीवीपी के गुंडो और दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो शर्मा को सुरक्षा देने में नाकाम रही। उन्होंने कहा कि शर्मा पर धारधार हथियार से हमला किया गया, जिससे वह घायल हो गये। उन्होंने कहा कि मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था कि जेएनयू को बंद किया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री बनने के बाद वह अपने इस एजेंडे को लागू कर रहे है। मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को देश के युवाओं को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि इस कायरतापूर्ण हमले की जितनी निंदा की जाये उतनी कम है। यह केंद्र की मोदी सरकार तथा भाजपा की उस मनोस्थिति को दर्शाता है, जो देश के छात्रों की आवाज दबाना चाहते हैं, जेएनयू पर ताला लगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 09 फरवरी को जिन मुट्ठीभर लोगों ने राष्ट्रविरोधी नारे लगाए थे, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। परंतु दुर्भाग्यवश, इस कार्रवाई की आड़ में, मोदी सरकार संपूर्ण जेएनयू विश्वविद्यालय को राष्ट्र विरोधी साबित करने पर आमादा है।
जेएनयू विश्वविद्यालय अभिव्यक्ति की आजादी का सदैव केंद्र बिंदु रहा है, तथा देश व दुनिया के सबसे बड़े विद्वान जेएनयू के पूर्व छात्र तथा स्नातक हैं। शसुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा का निशाना स्पष्ट है कि उनमुक्त विचारधारा वाले देश की इस बेहतरीन संस्था में भय और डर का माहौल पैदा कर दिया जाए।
उन्होंने कहा, क्या प्रधानमंत्री, एबीवीपी के गुंडों पर कार्यवाही करने का साहस दिखाएंगे? क्या प्रधानमंत्री, दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्यवाही करेंगे, जो न केवल विपक्ष के नेताओं को उचित सुरक्षा मुहैया करवाने में पूर्णतया नाकामयाब रही, परंतु जिसने एबीवीपी के गुंडों को हथियार सहित सभास्थल तक आने दिया? क्या नरेंद्र मोदी देश के छात्रों को यह बताएंगे, कि वह छात्रों की आवाज का दमन क्यों कर रहे हैं।