आरजेडी प्रमुख के करीबी और पूर्व राज्यसभा सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ गठजोड़ करने के तरीके तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के इस्तीफा देने का सवाल नहीं उठता।
नई दिल्ली। बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर राज्य में सियासी गतिरोध अभी जारी है। इस मामले को लेकर महागठबंधन में शामिल दोनों प्रमुख घटक दल (जदयू और आरजेडी) की ओर से तीखी बयानबाजी जारी है। आरजेडी के एक नेता ने स्पष्ट रूप से कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वीवी यादव से इस्तीफा नहीं देंगे, जबकि एक वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार पर भाजपा के साथ गठजोड़ का मौका तलाशने का आरोप लगाया है।
जीरो टॉलरेंस नीति को बताया नाटक
आरजेडी प्रमुख के करीबी और पूर्व राज्यसभा सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहा कि
नीतीश कुमार भाजपा के साथ गठजोड़ करने के तरीके तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के इस्तीफा देने का सवाल नहीं उठता। राजद नेता ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो की ओर से यह स्पष्ट किया जा चुका है कि इस मामले को लेकर तेजस्वी व अन्य नेताओं की ओर पहले ही स्पष्टीकरण दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को आगे बढ़ाने में कोई लाभ नहीं है।
शिवानंद तिवारी को बताया मूर्ख
शिवानंद तिवारी ने हाल ही में मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए उनसे गठबंधन में बने रहने की अपील की थी। उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज के कारण तेजसीवी को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि
नीतीश कुमार का भ्रष्टाचार जीरो टॉलरेंस एक नाटक है। नीतीश की जीरो टॉलरेंस नीति का यह नाटक केवल भाजपा के साथ नजदीकी बनाने के लिए कर रहे हैं।
जेडीयू का पलटवार
उधर, जेडी(यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए तिवारी से कहा है कि वो राजनीतिक सेवानिवृत्ति की चिंता करें। जबकि जेडी(यू) के नेता अजय आलोक ने तिवारी को समकालीन राजनीति में मूर्ख की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि सरकार में सहयोगी होने के नाते, हम अब भी तेजस्वी से जनता के सामने बिंदुवार स्पष्टीकरण देने की उम्मीद करते हैं।