कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आक्रामक तरीके से भाजपा पर हमला बोला है। सीबीआई के छापों के बारे में पहली बार सार्वजनिक रूप से बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि भाजपा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह, लालू यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से डरते हैं।
पटना। कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आक्रामक तरीके से भाजपा पर हमला बोला है। सीबीआई के छापों के बारे में पहली बार सार्वजनिक रूप से बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि भाजपा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह, लालू यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से डरते हैं। अब नरेंद्र मोदी, अमित शाह और केंद्र की मोदी सरकार की हालत ऐसी हो गई है कि वे 28 साल के युवा (तेजस्वी यादव) से डर रहे हैं। यादव ने कहाकि वे भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देंगे। जिस समय के मामले में सीबीआई ने मेरे घर छापे मारे हैं उस समय मैं 14-15 साल का था, मेरी मूंछे भी नहीं आईं थीं। उतनी कम उम्र में मैं घोटाला कैसे कर सकता हूं।
मेरे राजनीतिक करियर पर कोई उंगली नहीं उठा सकता
रेलवे के होटलों को लीज पर देने के बदले पटना के बेली रोड पर करीब दो एकड़ कीमती जमीन लालू के परिवार को मिली है। इसी मामले में सीबीआइ जांच कर रही है। यादव ने कहाकि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। मेरे राजनीतिक करियर पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। राजनीतिक साजिश के तहत मुझ पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। सत्ता में आने के बाद से आज तक कुछ गलत नहीं किया।
सुशील मोदी ने लगाएं हैं आरोप
महागठबंधन सरकार बनने के बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री बने तेजस्वी यादव पर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने बेनामी संपत्ति बनाने के आरोप लगाए। उनके ही एक आरोप का सिरा पकड़कर पिछले दिनों सीबीआइ ने रेल होटल घोटाले में लालू प्रसाद के साथ तेजस्वी के भी खिलाफ केस दर्ज किया है।
ये हैं तीन आरोप
एक
सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि लालू यादव के रेलमंत्रित्वकाल में रेलवे के रांची और पुरी के दो होटलों को हर्ष कोचर और विजय कोचर की कंपनी को लीज पर दिया गया। इसके बदले पटना के बेली रोड पर करीब दो एकड़ कीमती जमीन लालू परिवार को मिली। जमीन सबसे पहले राजद के राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग को सस्ते दाम पर दिलाई गई। जमीन को बाद में लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित कर दी गई, जिसके शेयर तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी के पास हैं। इसी मामले में सीबीआइ जांच कर रही है।
दो
तेजस्वी यादव पर दूसरा आरोप है कि मुम्बई और कोलकाता के हीरा व्यवसायियों से बेनामी पांच करोड़ रुपए एबी एक्सपोर्ट नामक शेल कंपनी के खाते में डलवाकर उससे दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कालोनी में जमीन खरीदी गई और उस पर आलीशान मकान बनाया गया। बाद में एबी एक्सपोर्ट के शेयर भी तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी के नाम से ट्रांसफर करके पूरी कंपनी ही इन दोनों को सौंप दी गई। अभी इस मामले में कोई जांच नहीं हो रही। यह आरोप भी सुशील कुमार मोदी ने लगाए हैं।
तीन
सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव पर तीसरा आरोप लगाया कि शराब कारोबारी आरोपी कात्याल बंधुओं की कंपनी एके इंफोसिस्टम से पटना में पटना बाइपास रोड के किनारे जमीन खरीदी गई। जमीन की खरीद करने के बाद में यह एके इंफोसिस्टम को तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के नाम से ट्रांसफर कर दिया गया। इसी जमीन पर तेजस्वी के भाई तेज प्रताप ने गलत हलफनामा देकर पेट्रोल पंप खोला जिसका लाइसेंस बीपीसीएल ने रद्द कर दिया है।