नई दिल्ली। तमिलनाडु के रामेश्वरम में देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे
अब्दुल कलाम की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर एक प्रतिमा का अनावरण किया गया था। लेकिन इस प्रतिमा के आगे भगवत-गीता रखे होने से विवाद शुरू हो गया है। इसके बाद प्रतिमा के आगे अब कुरान और बाइबल भी रख दी गई है। 27 जुलाई को पीएम ने पुण्यतिथि पर पीकारुंबू में कलाम के स्मारक का अनावरण किया था।
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परिजन नहीं चाहते कोई विवाद
वहीं, पूर्व राष्ट्रपति के परिजनों ने कहा कि उन्हें इस पर कोई ऐतराज नहीं हैं। डॉ. कलाम पूरे देश की जनता के प्रिय थे। कोई भी नहीं चाहता है कि इस पर राजनीति और विवाद हो। इस स्मृति एवं नॉलेज सेंटर को बनाने के लिए सरकार और डीआरडीओ के अधिकारियों ने बड़ी मेहनत की है। कलाम की मूर्ति के पास भगवत गीता का स्कल्प्चर बनाने के पीछे उनकी कोई गलत मंशा नहीं थी। इसलिए कुरान और बाइबिल भी रख दी है।
सांप्रदायिकता थोपने की कोशिश
उधर, डीएमके नेता स्टालिन का कहना है कि प्रतिमा के पास भगवद्ग गीता की मौजूदगी सांप्रदायिकता थोपने की एक कोशिश है। वहीं, वीसीके नेता तिरुमवलन का कहना है कि मूर्ति के पास गीता को रखकर कहीं कलाम को हिंदू धर्म के महान प्रेमी के रूप में पेश करने की मंशा तो नहीं है?
Home / Political / कलाम की प्रतिमा के संग वीणा और गीता रखने पर विवाद