सीएम फडणवीस ने अपनी सरकार की सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी तरह का सौदा नहीं किया है।
मुंबई। करन जौहर की फिल्म ए दिल है मुश्किल को लेकर अब महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस पर भी आरोप लग रहे है। देवेन्द्र फडणवीस को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ बैठक और सुलह करवाने के बाद दलाल बताया जा रहा है। सीएम फडणवीस ने अपनी सरकार की सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी तरह का सौदा नहीं किया है।
हमने कोई सौदा नहीं किया बस विवाद सुलझाने की कोशिश की
सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि मैंने इस फिल्म से जुड़े हुए विवाद का हल निकालने के लिए फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड और मनसे के साथ बैठक की थी। आखिर इसे मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है। इसमें सौदे और दलाली का सवाल ही नहीं उठता। ना ही हमने अपने आदर्शों के साथ कोई समझौता किया है। जब शांति व्यवस्था बनाए रखने के जिए हुर्रियत और नक्सलियों के साथ बातचीत की जा सकती है तो मनसे से बात करने में क्या बुराई है? क्या ये अच्छे संकेत नहीं हैं कि सरकार इस पूरे विवाद को एक बैठक के साथ खत्म करने की कोशिश कर रही है। इस समय जनता दिवाली मनाने के मूड में हैं। ऐसे में किसी भी तरह की टेंशन को रोका जाना चाहिए।
कानून तोडऩे वाले हर व्यक्ति पर होगी कार्रवाई
सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने इस बात से भी इनकार किया कि मनसे ने इस फिल्म को रिलीज करने के लिए प्रोड्यूसर से जबरदस्ती आर्मी वेलफेयर फंड के लिए 5 करोड़ रुपए की मांग की है। इस आरोप को लेकर सीएम फडणवीस नाराज नजर आए। उन्होंने बताया कि फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड के लोग मेरे पास आए थे। वो मनसे से इस समस्या को लेकर बात करना चाहते थे। मैंने इस बैठक में साफ कर दिया था कि सरकार कानून व्यवस्था के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि हमारे पुलिस बल ने 12 मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई भी की। अगर कोई भी कानून को हाथ में लेगा तो उसके साथ ऐसा ही होगा।
शांतिपूर्ण तरीके से फिल्म रिलीज करवाने की कोशिश
सीएम ने कहा कि इस फिल्म को शांतिपूर्ण तरीके से रिलीज करवाने के लिए हर थियेटर के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बल नियुक्त किया जा रहा है। हम नहीं चाहते कि दिवाली के मौके पर किसी भी तरह की हिंसक गतिविधियां हों। हम ये भी चाहते हैं कि आम लोग और पुलिस अच्छे से दिवाली मना सकें। फडणवीस ने बताया कि इस बैठक में खुद करन जौहर ने शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए 5 करोड़ रुपए देने की बात कही थी। बस मैंने यही कहा कि अगर आप सच में देशभक्ति ही दिखाना चाहते हैं तो आर्मी वेलफेयर रिलीफ फंड में आप मदद कर सकते हैं।