राष्ट्रपति ने खुद वाजपेयी के घर जाकर दिया भारत रत्न अवॉर्ड
Published: Mar 27, 2015 07:51:00 pm
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान के रूप में भारत रत्न अवॉर्ड दिया गया
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके आवास पर शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान-भारत रत्न दिया। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी सभी प्रोटोकॉल तोड़कर यहां छह कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित वाजपेयी के सरकारी निवास पर पहुंचे और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया।
इस मौके पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने समारोह के बाद संवाददाताओं को बताया कि वाजपेयी के अस्वस्थ होने के कारण राष्ट्रपति ने उनके निवास पर आकर आज उन्हें देश के इस सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया। बीते कई वर्षो से विभिन्न पार्टियों के राजनेताओं सहित समाज के हर तबके द्वारा वाजपेयी को भारत रत्न देने की मांग की जा रही थी। वह साल 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने। इसके बाद साल 1998-2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
वाजपेयी भारत रत्न ग्रहण करने वाले देश के सातवें प्रधानमंत्री बने। इससे पहले जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मोरारजी देसाई, लाल बहादुर शास्त्री और गुलजारीलाल नंदा को यह सम्मान मिल चुका है। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर खुशी जताई है। उन्होंने टि्वटर पर लिखा कि यह खुशी और गर्व का अवसर है कि अटलजी को भारत रत्न दिया जाएगा। हर कोई उन्हें प्यार करता है और उनकी सराहना करता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि वाजपेयी केवल भारतीय नेता ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय शख्सियत हैं, जिनका हर कोई सम्मान करता है और उन्हें प्यार करता है। उन्होंने कहा कि अटल जी का नाम लोगों के ह्वदय में सम्मान और श्रद्धा के भाव के साथ है। यह पूरे देश के लिए खुशी का अवसर है कि वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है।
राजनीतिक सफर-
1951 में गठित भारतीय जन संघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल। 1957 में वे लोकसभा व 1962 में राज्यसभा सांसद चुने गऎ। 1996 में पहली बार (13 दिन) , 1998 में दूसरी बार (13 महीने) और 1999 में तीसरी बार (पूरे 5 साल के लिए) प्रधानमंत्री चुने गए।
कवि के रूप में अटल-
राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे एक कवि भी थे। “मेरी इक्यावन कविताएं” उनका प्रसिद्ध काव्यसंग्रह है। वाजपेयी जी को काव्य रचनाशीलता विरासत में मिली थी, उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर रियासत के जाने-माने कवि थे।
पढ़ाई में थे अव्वल-
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मी बाई कॉलेज) से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद डीएवी कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नात्कोत्तर प्रथम स्थान से उतीर्ण किया।