राहुल ने कहा कि आज शायद पहली बार ऐसा हुआ, जब हमने अपने शहीद सैनिकों को सम्मान नहीं दिया
नई दिल्ली। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि यह पहली बार है जब संसद में शहीद सैनिकों को सम्मान नहीं दिया गया।
उनका आशय जम्मू शहर के करीब सेना के एक शिविर पर मंगलवार को हुए आत्मघाती हमले में शहीद होने वालों को लोकसभा में श्रद्धांजलि नहीं दिए जाने को लेकर था।
राहुल ने कहा कि आज शायद पहली बार ऐसा हुआ, जब हमने अपने शहीद सैनिकों को सम्मान नहीं दिया। इसलिए हमारी पार्टी दूसरी विपक्षी पार्टियों के साथ लोकसभा से बाहर चली आई। राहुल नगरोटा में मंगलवार को हुए हमले में शहीद होने वाले सैनिकों को लोकसभा में बुधवार को श्रद्धांजलि नहीं दिए जाने को लेकर हुए हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद संवाददाताओं से मुखातिब थे।
जम्मू से करीब 15 किमी दूर नगरोटा में हुए आतंकवादी हमले में दो अधिकारियों सहित सात सैनिक शहीद हो गए।
दूसरी तरफ कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पास कालेधन के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तर्क नहीं है और इसलिए वह संसद में इस पर बहस से भाग रहे हैं।
प्रसाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी दलों को कालेधन और नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में गतिरोध जारी रखने के बजाय संसद में चर्चा करके अपने तर्क रखने चाहिये और सरकार का उत्तर सुनना चाहिये । उन्होंने आरोप लगाया कि श्री गांधी के पास इन मुद्दों पर बहस के लिए तर्क नहीं है और इसी वजह से उनकी पार्टी संसद की कार्यवाही में व्यवधान पैदा कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्री मनमोहन ङ्क्षसह के नेतृत्व में दस वर्षो तक कांग्रेस का शासन रहा और इस दौरान कालेधन और भ्रष्टाचार की समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया । इस दौरान टू जी घोटाला, कोयला घोटाला, कामनवेल्थ घोटाले आदि होते रहे। यह पूछे जाने पर कि श्री गांधी ने कहा है कि नोटबंदी के बाद 50 प्रतिशत रूपये फिर से कालेधन वालों के पास जा रहे हैं।
प्रसाद ने कहा कि कांग्रेय उपाध्यक्ष झूठ बोल रहे हैं। मोदी सरकार ईमानदारी से काम कर रही है और यह पूरी तरह से घोटालों से मुक्त है। सरकार गरीबों के विकास के लिए काम कर रही और 75 प्रतिशत राशि विकास योजनाओं पर खर्च की जा रही है।