अहमदाबाद। पाटीदार आंदोलन से नेता बने हार्दिक पटेल ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में हार्दिक ने 2002 गुजरात दंगों के लिए पीएम मोदी को जिम्मेवार बताया है। साथ ही उन्होंने यह भी आऱोप लगाया है कि पीएम मोदी ने इन दंगों के लिए पाटीदार समुदाय के युवाओं का इस्तेमाल किया था जिसकी वजह से सौ से ज्यादा युवा आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं।
गुजरात दंगों का फायदा उठाकर पीएम बन गए नरेंद्र मोदी
राजस्थान के उदयपुर से बुधवार को पीएम मोदी को लिखे गए इस चिट्ठी में हार्दिक ने लिखा है कि 2002 के दंगों का फायदा उठाते हुए मोदी पहले मुख्यमंत्री बने और फिर प्रधानमंत्री बन गए। दूसरी तरफ, पाटीदार समुदाय के लोगों को दंगों का दोषी पाया गया और वे जेलों में पड़े हैं। बतौर प्रधानमंत्री मोदी जी जेलों में बंद इन पाटीदारों के लिए राष्ट्रपति से क्षमा की मांग कर सकते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वह भारत में और दुनिया के सामने खुद को एक सेक्युलर शख्स के तौर पर पेश करना चाहते हैं।
किस मामले में कितने पाटीदारों को उम्रकैद हुई इसका जिक्र भी है चिट्टी में
चिट्ठी में हार्दिक ने उन पाटीदारों का भी जिक्र किया जिन्हें 2002 के दंगों से जुड़े विभिन्न मामलों में उम्रकैद दी गई है। उनकी लिस्ट के मुताबिक, सरदारपुरा नरसंहार मामले में 31, ओड-1 हत्याकांड में नौ, दीपड़ा दरवाजा केस में 25, ओड-2 केस में 23, नरोदा पाटिया केस में 6 और मेहसाणा केस में 11 पाटीदारों को उम्रकैद हुई है।
ऐसे लेटर्स को तवज्जो नहीं देतेः गुजरात बीजेपी प्रेसिडेंट
हार्दिक से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उन्होंने मोदी को जो चिट्टी लिखा है उसमें उनकी राजनीतिक महत्वकांक्षा साफ तौर पर झलकती है। जब हार्दिक के इस लेटर के बारे में राज्य बीजेपी प्रेसिडेंट जीतू वाघानी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम इस तरह के लेटर्स को तवज्जो नहीं देते इसलिए इस पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि हार्दिक पटेल अभी राजस्थान के उदयपुर में हैं। यहां वह छह महीने के निर्वासन में हैं। दरअसल, राजद्रोह के एक मामले में गुजरात उच्च न्यायालय ने हार्दिक को जमानत देते हुए यह शर्त रखी थी कि वह अगले छह महीने के लिए राज्य से बाहर रहेंगे।