बुग्ती के आवेदन पर गृह मंत्रालय ने आईबी, रॉ से मांगी रिपोर्ट
Published: Sep 27, 2016 11:05:00 pm
हालांकि, गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस मसले पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने बलूच नेता ब्रह्मदाग बुग्ती को भारत में शरण दिए जाने के मसले पर गुप्तचर ब्यूरो और रॉ से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस मसले पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और सरकार इस बारे में सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। स्विट्जरलैंड में रह रहे बुग्ती ने भारत में शरण लेने के लिए जिनेवा स्थित भारतीय दूतावास से हाल ही में संपर्क किया था।
उन्हें इस मसले पर भारत से सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद है। वह बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन का मसला कई अवसरों पर उठाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना भी कर चुके हैैं। सोमवार को संयुक्त राष्ट्र आम सभा की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन का जिक्र किए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए बुग्ती ने कहा, यह सही कदम था।
उम्मीद करते हैं कि भारत भविष्य में भी इस मुद्दे को उठाता रहेगा क्योंकि वह एक जिम्मेदार और लोकतांत्रिक देश है जो अपनी जिम्मेदारियों को पूरी शिद्दत के साथ निभाता है। इस बीच, पाकिस्तान ने भारत को आगाह करते हुए कहा है कि बुग्ती को अपने यहां शरण देकर भारत आधिकारिक तौर पर आतंकवाद प्रायोजक देश बन जाएगा। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस बारे में ट्विटर पर कहा, भारत द्वारा बुग्ती को अपने यहां शरण देना किसी देश द्वारा आतंकी को पनाह देने जैसा होगा जिससे वह आधिकारिक रूप से आतंकवाद को प्रश्रय देने वाला देश बन जाएगा। ब्रह्मदाग बुग्ती, पाकिस्तानी सेना द्वारा 2006 में मारे गए बलूच राष्ट्रीय नेता नवाब अकबर खान बुग्ती के पोते और बलूच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष हैं।