खान ने कहा कि उनके खिलाफ टिप्पणी करने वालों को समझना चाहिए “आजम मुल्क का वफादार सिपाही है।” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए आजम ने कहा कि विदेशों में देश की गलत तस्वीर पेश की जा रही है। दूसरे मुल्क में जाकर यह कहना कि ऊंची कुर्सियों पर बैठे लोग चोर हैं, सरासर गलत और मुल्क को बदनाम करने वाले बयान हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि ऊंचे पदों पर बैठे लोगों को चोर बताने पर कहां का निवेश आएगा। मोदी का नाम लिए बगैर उन्होंने कटाक्ष किया दो लाख रूपए का जूता पहनने वाला व्यक्ति दूसरे को कैसे चोर कह सकता है। उन्होंने कहा कि दादरी काण्ड में मारे गए अखलाक के परिजनो को मुख्यमंत्री ने मदद कर दी तो भाजपा और फासिस्ट ताकतों के पेट में दर्द होने लगा।
उन्होंने कहा कि “बाबरी से दादरी” तक क्या हुआ इसे दुनिया ने देखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि “बाबरी से दादरी” तक की घटनाएं देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को बदलने की साजिश है। महात्मा गांधी, सरदार पटेल, नेहरू सरीखे नेताओं की अपील पर मुसलमान 1947 में पाकिस्तान नहीं गया, यहीं रूक गया और अब उसे परेशान किए जाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और उसके नेता मुलायम सिंह यादव ने उर्दू को हमेशा बढ़ाने का काम किया है और अब यही काम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कर रहे हैं।