पत्रिका ब्यूरो, नई दिल्ली। डेढ़ महीने पहले ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हटाकर अपेक्षाकृत लो प्रोफाइल टेक्स्टाइल मंत्री बनाई गईं स्मृति ईरानी एक बार फिर विवादों में हैं। खबर है कि टेक्स्टाइल सचिव रश्मि वर्मा से उनका टकराव चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस टकराव को खत्म करने के लिए पीएमओ को दखल देना पड़ रहा है। बता दें कि बिहार कैडर की 1982 बैच की आईएएस रश्मि वर्मा कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा की बहन हैं।
टेक्स्टाइल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ईरानी किसी भी फाइल को सीधे उनके पास भेजने की बजाय रश्मि वर्मा के माध्यम से आने से संतुष्ट नहीं हैं। इसके अलावा, 6 हजार करोड़ के टेक्स्टाइल पैकेज के क्रियान्वयन को लेकर ईरानी और वर्मा में सहमति नहीं बन पा रही है। इसे लेकर कई अन्य अधिकारियों के सामने दोनों में तेज नोंकझोंक भी हो चुकी है। इससे पहले बतौर मानव संसाधन विकास मंत्री ईरानी मंत्रालय के कई आला अधिकारियों के साथ भिड़ंत के लिए चर्चा में रही थीं।
इन अधिकारियों से हो चुका टकराव
अमरजीत सिन्हा : स्मृति का पहला टकराव। ईरानी से अनबन के चलते उन्होंने ट्रांसफर ले लिया था। फिलहाल ग्रामीण विकास सचिव।
राधा एस चौहान : यूपी कैडर की 1988 बैच की अधिकारी। बतौर संयुक्त सचिव एचआरडी में कार्यकाल पूरा होने से पहले ही ट्रांसफर लिया।
वृंदा स्वरूप : 1981 बैच की यूपी कैडर की आईएएस। 31 दिसंबर 2014 को स्कूल शिक्षा सचिव बनीं। ईरानी से टकराव की वजह से 6 महीने में ही हटा दिया।
बिनीता ठाकुर: राजस्थान कैडर की आईपीएस। सितंबर 14 में ईरानी की निजी सचिव बनीं। अनबन के चलते मुक्ति का आग्रह। जुलाई 15 में रिलीव।
इन चारों के अलावा तीन अन्य संयुक्तसचिवों वीना ईश, जगमोहन राजू और प्रवीण प्रकाश ने भी ईरानी से अनबन के कारण समय से पहले ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय से ट्रांसफर ले लिया था।
टकराव को खत्म करने के लिए पीएमओ को दखल देना पड़ रहा है। बिहार कैडर की आईएएस रश्मि, कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा की बहन हैं।
रश्मि वर्मा, टेक्स्टाइल सचिव