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‘बार’ रिश्वत कांड में केरल के आबकारी मंत्री का इस्तीफा

Published: Jan 23, 2016 07:56:00 pm

उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पहले ही बता दिया था कि अगर अदालत
की तरफ से उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी आती है तो वह पद पर नहीं बने
रहेंगे

K Babu

K Babu

कोच्चि। केरल के आबकारी मंत्री के. बाबू ने ‘बारà रिश्वत कांड में अदालत की ओर से उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री उम्मेन चांडी को शनिवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। बाबू ने संवाददाताओं से कहा कि राजनीतिक मूल्यों का सम्मान करते हुए यह उनका निजी फैसला है और इस्तीफा देने के लिए उन पर किसी प्रकार का दबाव नहीं डाला गया।

उन्होंने कहा, अभी तक मैं आरोपी नहीं हूं। मेरे खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई और यहां तक कि अभी मुझे अदालत के आदेश की प्रति भी नहीं मिली तथा मैं नैतिक आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं किसी प्रकार के गलत काम में शामिल नहीं हूं। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पहले ही बता दिया था कि अगर अदालत की तरफ से उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी आती है तो वह पद पर नहीं बने रहेंगे।

बार रिश्वत कांड मामले में चांडी के मंत्रिमंडल में इस्तीफा देने वाले बाबू दूसरे मंत्री हैं। इससे पहले गत वर्ष नवंबर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. एम मणि ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बाबू ने कहा, मैं माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और राज्य के बार होटल मालिकों की साजिश का शिकार हुआ हूं।

उन्होंने आरोप लगाया कि माकपा के प्रदेश सचिव कोडियेरी बालकृष्णनन भी इस साजिश में शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि माकपा नेता ने बार होटल मालिकों को आश्वासन दिया था कि विधानसभा चुनाव में अगर उनकी पार्टी जीत दर्ज करती है तो बंद हो चुके बार भी खोल दिए जाएंगे। बंद हो चुके बार भी खोल दिए जाएंगे।

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