लालू ने बाढ़ को लेकर दिए बयान का किया बचाव
Published: Aug 25, 2016 08:34:00 pm
रामविलास पासवान ने लालू की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि गंगा से आई बाढ़
से घिरे लोगों को भाग्यशाली बताकर वह पीडि़तों के जले पर नमक छिड़क रहे हैं
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को बाढ़ को लेकर दिए अपने उस बयान का बचाव किया जिसमें उन्होंने बाढ़ पीडि़तों से कहा था कि आप लोग भाग्यशाली हैं कि गंगा मइया आपके घर और रसोई तक पहुंच गई हैं। इसके बाद हुई आलोचना पर अपना बचाव करते हुए राजद प्रमुख ने कहा कि उनके बयान को सकारात्मक रूप से देखा जाना चाहिए।
उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा था कि आप लोग भाग्यशाली हैं, गंगा सबको बचाएगी। आप किस्मतवाले हैं कि गंगा आपके घर तक आई है। भगवान से प्रार्थना करें कि बाढ़ से जल्द छुटकारा मिले। वहीं केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख रामविलास पासवान ने लालू की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि गंगा से आई बाढ़ से घिरे लोगों को भाग्यशाली बताकर वह पीडि़तों के जले पर नमक छिड़क रहे हैं। पासवान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार में लोग बाढ़ से तबाह हैं और उन्हें राहत पहुंचाने के बजाए लालू प्रसाद यादव उनका मजाक उड़ा रहे हैं।
यादव का यह कहना कि आप भाग्यशाली हैं कि जिस गंगा जल के लिए तड़पते थे, वह गंगा मईया आपके घर और रसोई तक पहुंच गई हैं, बाढ़ पीडि़तों के जले पर नमक छिड़कने के समान है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बाढ़ आना किस्मत की बात है तो यादव कलसांप के काटने पर यह भी कहेंगे कि आप भाग्यशाली हैं कि आपको नाग देवता ने काटा है।
उन्होंने कहा कि यादव का बयान बेहद बेतुका और उनके संवेदनहीन होने का प्रमाण है। उनके इस बयान की वह घोर निंदा करते हैं। पासवान ने कहा कि यादव बाढ़ पीडि़तों के साथ आकर रहें और वहां का पानी पीएं तब उन्हें पता चल जाएगा कि बाढ़ का क्या मजा है। उन्होंने बाढ़ राहत वितरण के कार्य पर असंतोष जताया और सरकार से राहत वितरण के कार्य में तेजी लाने का आग्रह करते हुए कहा कि बिना किसी भेदभाव के पीडि़तों के बीच राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि यादव ने बाढग़्रस्त क्षेत्र के दौरे के क्रम में बाढ़ पीडि़तों से कहा था कि आप लोग तो भाग्यशाली हैं कि गंगा मईया आपके घर और रसोई तक पहुंच गई हैं। गंगाजल के लिए तड़पते थे और जब गंगा मइया घर तक पहुंच गईं, तो डर गए हैं। खैर, अब गंगा मइया को पूजिए और उनसे और तकलीफ नहीं देने की प्रार्थना कीजिए। गारंटी है कि वह वापस चली जाएंगी। यादव के इस बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका बचाव करते हुए कहा कि किसी भी बात को बोलने का यादव का अपना तरीका है। अपनी स्टाइल है। उन्होंने अपने हिसाब से लोगों को समझाया।
वहीं जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने कहा कि यादव धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। गंगा को मां का दर्जा है। उन्होंने अपने ढंग से लोगों का खौफ दूर करने का प्रयास किया। इसमें गलत क्या है।