उन्होंने देश को रक्षा तकनीकी क्षेत्र में अतुलनीय ऊंचाई दी, परमाणु विस्फोट करके देश की ताकत से दुनिया को परिचित कराया और अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में राष्ट्र को नई पहचान दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मभूषण, पद्मविभूषण और भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
इसके बाद सदन में उपस्थित सभी सदस्यों ने खड़े होकर कलाम के सम्मान में कुछ क्षण मौन रखा और अध्यक्ष ने दो दिनों के लिए सदन स्थगित करने की घोषणा की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा भी सदन में मौजूद थे।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने उनके 79वें जन्मदिन को विश्व छात्र के रूप में मनाने और स्विटजरलैंड ने डॉ. कलाम के सम्मान में 26 मई को विज्ञान दिवस मनाने की घोषणा है। इसी दिन डॉ क लाम स्विटजरलैंड गए थे। दुनिया के 40 विश्वविद्यालयों ने उन्हें मानद डाक्टेरेट की डिग्री प्रदान की है।