दिल्ली को “झुग्गी” मुक्त बनाने में आएगी 50 हजार करोड़ की लागत
Published: Apr 13, 2015 11:35:00 am
दिल्ली को झुग्गी झोपडियों से मुक्त कराने में तकरीबन 50 हजार करोड़
रूपए की लागत लगेगी
नई दिल्ली। दिल्ली को झुग्गी झोपडियों से मुक्त कराने में तकरीबन 50 हजार करोड़ रूपए की लागत लगेगी। ये खर्च शहर के डेढ साल के लिए आवंटित किए गए बजट से भी ज्यादा है। पिछले वित्त वर्ष में दिल्ली का सालाना खर्च 35 हजार कोरड़ रूपए से भी ज्यादा था। दिल्ली अरबन शेलटर इम्प्रूवमेंट बोर्ड को इस संदर्भ में अरबन डेवलेप्मेंट डिपार्टमेंट को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजनी है। वहीं एक बार दिल्ली सरकार से हरी झंडी मिल जाने के बाद इस प्लान को आवास और गरीबी उन्मूलन मंत्रालय को पारित इसे पारित करने के लिए भेजा जाएगा।
दिल्ली के 675 इलाकों में तीन लाख से ज्यादा झुग्गियां हैं। गौरतलब है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की सरकार के दौरान भी इस तरह के प्लान को लाया गया था, लेकिन अंडर कंस्ट्रक्शन ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स की स्पष्ट आवंटन की नीति ना होने के कारण वो प्लान कामयाब नहीं हो पाया। दिल्ली में इन फ्लैट्स का निर्माण 2008 से शुरू कर दिया गया था, जिसमें 14 हजार तकरीबन दो साल पहले ही बने हैं। जिनमें जेजेकॉलोनी के आठ समूह के महज 266 लोगों की मामूली सी संख्या ने ही अपनी झुग्गी छोड़ इन फ्लैट्स में प्रवेश किया।
दिल्ली में डीएसआईआईडीसी, डीडीए और डीयूएसआईबी द्वारा 45 हजारा फ्लैट बनाए जा चुके हैं।