नकदी रहित लेन-देन पर मुख्यमंत्री ने सवाल किया, क्या मोदी जी चिराग तले अंधेरे को देख पा रहे हैं
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि नोटबंदी एक बड़ा घोटाला और एक बड़ा अपराध है। बनर्जी ने विमुद्रीकरण मुद्दे पर चर्चा के दौरान कहा कि केन्द्र के इस निर्णय के कारण राजस्व इकट्ठा करने पर प्रभाव पड़ा है। देश का आर्थिक ढांचा गिर गया है। उन्होंने कहा कि उत्पादन पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। चाय/जूट कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। सौ दिन के काम के लिए मजदूरी नहीं दी जा रही है। किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों/मजदूरों को पगार नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने कहा कि यदि स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो भविष्य में खाद्य संकट का सामना करना पड़ेगा। केन्द्र को स्थिति सामान्य होने तक 500 रुपए के पुराने नोटों के चलन की अनुमति देनी चाहिए। हम केन्द्र से पहले ही आग्रह कर चुके हैं कि छोटे मूल्य वाले नोटों के चलन को बढ़ाया जाए। केन्द्र को नोटबंदी के 21 दिनों के भीतर 21 बार अपने निर्णय को संशोधित करना पड़ा। क्या आप इस पर भरोसा कर सकते हैं। मोदी बाबू प्रधानमंत्री बनने की योग्यता ही नहीं रखते हैं।
नकदी रहित लेन-देन पर मुख्यमंत्री ने सवाल किया, क्या मोदी जी चिराग तले अंधेरे को देख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग बैंकों की कतारों में मर रहे हैं। दैनिक मजदूर अपनी आजीविका खो रहे हैं और प्रधानमंत्री नकदी रहित बैंकिंग की बात कर रहे हैं। आधारभूत ढांचों को खड़ा किए बगैर मोदी जबरदस्ती नकदी रहित अर्थव्यवस्था को लागू करने का प्रयास कर रहे हैं।
अपनी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रहा केंद्र
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री अब पेटीएम के लिए विज्ञापन करने में व्यस्त हैं। क्या आपने कभी प्रधानमंत्री को किसी निजी कंपनियों के लिए ऐसा करते हुए देखा है। राज्यों को नए नोटों की आपूर्ति करने में भी भेदभाव किया जा रहा है। यह बहुत ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि केन्द्र अपनी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। बनर्जी ने कहा कि लगभग 29 लाख डेबिट कार्ड हैक कर लिए गए हैं।
नोटबंदी से पहले भाजपा ने खरीदी जमीनें
उन्होंने सवाल किया कि स्विस बैंकों से कितना काला धन लाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग आसानी से कालेधन को वैध बनाने में लगे हैं। केन्द्र सरकार लोगों को धोखा दे रही है। मुख्यमंत्री ने नोटबंदी से पहले भाजपा के वित्तीय लेन-देन की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा को नोटबंदी के निर्णय के बारे में अच्छी तरह पता था। केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने नोटबंदी के फैसले की घोषणा से पहले सितम्बर और अक्टूबर में कई राज्यों में जमीन खरीदी।
हम भी चाहते हैं कार्रवाई
उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण का फैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया है और आम लोगों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। देश में अघोषित वित्तीय आपातकाल लागू कर दिया गया है। यह समय राजनीति के लिए नहीं है। संकट के इस समय में सभी को एकजुट होकर लडऩा होगा। उन्होंने कहा, हम भी करोड़ों रुपए के कालेधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। हम कालेधन का समर्थन नहीं करते। हम कालाबाजारी के खिलाफ हैं। यह लड़ाई जारी रहेगी। यह लड़ाई लोगों के लिए है। बंगलार माटी,बंगलार जल,पुण्यो होके ही भागोबान।