पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और आसाराम बापू को निर्दोष बताने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने यहां शनिवार को पश्चिम बंगाल में सेना की तैनाती पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दिए गए बयान पर उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें किसी अच्छे चिकित्सक से मिलना चाहिए। पटना में एक कार्यक्रम में भाग लेने आए स्वामी से जब ममता बनर्जी द्वारा सेना की तैनाती पर उठाए गए सवालों के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ममता बनर्जी डर से सचिवालय में बैठ रही हैं। पता नहीं उनको क्या हो गया है? उन्हें किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज कराने की आवश्यकता है।
पश्चिम बंगाल की कुछ जगहों पर सेना की तैनाती को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विरोध जताते हुए कहा था कि राज्य में सेना की तैनाती उनके खिलाफ राजनीतिक बदले की कार्रवाई है और यह संघीय ढांचे के खिलाफ है। नोटबंदी के संबंध में पूछे जाने पर भाजपा नेता ने माना कि वित्त मंत्रालय द्वारा इसकी सही तैयारी नहीं की गई थी। हालांकि, उन्होंने इसे सही कदम बताते हुए कहा कि यह देर-सबेर होना ही था।
नोटबंदी : केरल के लिए राहत पैकेज चाहती है कांग्रेस
तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस के एक नेता ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी केरल के लिए विनाशकारी साबित हुई है और केरल की अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो रही है। इस स्थिति से उबरने के लिए राज्य को एक राहत पैकेज की जरूरत है। यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने कहा कि नोटबंदी की प्रक्रिया आजाद भारत में सबसे बड़ी आपदा लेकर आई है।
चेन्निथला ने कहा, मोदी फ्लॉप साबित हुए हैं, जबकि केरल के वित्तमंत्री थॉमस इसाक स्थिति से ठीक ढंग से नहीं निपट पाए हैं और नोटबंदी से उत्पन्न होने वाले खतरे को भांपने में सक्षम नहीं हैं। केवल अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों को देखिए, जिसने किस तरह स्थिति से निपटा है और यहां इसाक खजानों का दौरा कर सिर्फ ‘रोड शोÓ और दिखावा कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, राज्य की स्थिति पर चर्चा के लिए हम एक सर्वदलीय बैठक की मांग करते हैं। कृषि अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है और वक्त की मांग है कि राज्य सरकार को एक विशेष आपदा पैकेज की मांग करनी चाहिए। इसकी प्राप्ति के लिए हम राज्य सरकार का सहयोग करने को इच्छुक हैं।
उन्होंने कहा कि अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों ने नोटबंदी के बाद नकदी की कमी समेत उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए 20 नवम्बर को भारतीय रिजर्व बैंक से संपर्क कर प्रतिक्रिया दिखाई, लेकिन केरल ने सही समय पर ऐसा नहीं किया।
कांग्रेस के नेता ने यह भी कहा कि नोटबंदी से उत्पन्न परेशानी को बढ़ाते हुए केरल सरकार ने राशन की दुकानों के जरिए राशन वितरण करवाने में बुरी तरह विफल हुई है, क्योंकि विगत कई सप्ताहों से राशन की दुकानें बंद हैं।