अफजल के अवशेष को लेकर पीडीपी के साथ उतरे मणिशंकर
Published: Mar 03, 2015 07:30:00 pm
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने भी पीडीपी विधायकों की अफजल के अवशेष की मांग का समर्थन किया
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार के दो दिन बाद ही मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के पाक और आतंकियों को सराहे जाने के विवादास्पद बयान के बाद पीडीपी विधायकों ने अफजल गुरू के अवशेष की मांग करके राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया। अभी यह मामला शांत हुआ ही नहीं कि अब कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद मणिशंकर अय्यर ने भी पीडीपी विधायकों की मांग का समर्थन करते हुए सिसायत को और गर्मा दिया।
संसद भवन के बाहर बयान देते हुए मणिशंकर ने कहा कि सरकार के पास अफजल गुरू के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं थे और उनका मानना है कि अफजल के साथ नाइंसाफी हुई थी। जो गुजर गया वो लौट नहीं सकता लेकिन अब अफजल के अवशेष को उसके परिवार को सौंपकर गलती सुधारी जा सकती है।
अय्यर के बयान की कड़ी निंदा करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अफजल को फांसी दी गई, क्योंकि वह राष्ट्र विरोधी था। अफजल को सुप्रीम कोर्ट और कानून ने सजा दी थी लेकिन अगर मणिशंकर अय्यर को लगता है कि अफजल के साथ नाइंसाफी हुई थी, तो उन्हें यह बयान पाकिस्तान में जाकर देना चाहिए था।
गौरतलब है कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में 9 फरवरी 2013 को यूपीए के शासनकाल में अफजल गुरू को फांसी पर चढ़ाया गया था। वहीं जेल के अंदर ही उसके शव को दफनाया गया था।