“सहयोग” नहीं करने पर मनमोहन ने दी थी धमकी : बैजाल
Published: May 26, 2015 11:05:00 am
बैजाल ने कहा कि मैंने यूपीए से जुड़े कई लोगों को चेतावनी दी थी कि सभी
जांचे घूम-फिरकर प्रधानमंत्री की ओर ही आएंगी क्योंकि उन्होंने ही सभी मंत्रियों और
मंत्रालय के कामकाजों को मंजूरी दी थी
नई दिल्ली। टेलीफोन रेगुलेट्री अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बैजाल ने यह आरोप लगाकर कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने धमकी दी थी कि अगर 2जी मामले में “सहयोग” नहीं किया तो उनके (बैजाल) लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
ट्राई के पूर्व अध्यक्ष ने अपनी किताब में यह आरोप लगाते हुए दावा किया है कि यूपीए-2 ने सहयोगी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में ढिलाई भरतने का दबाव बनाया था जिसके चलते उनकी साख को बट्टा लगा।
बैजाल ने कहा कि मैंने यूपीए से जुड़े कई लोगों को चेतावनी दी थी कि सभी जांचे घूम-फिरकर प्रधानमंत्री की ओर ही आएंगी क्योंकि उन्होंने ही सभी मंत्रियों और मंत्रालय के कामकाजों को मंजूरी दी थी। अपनी किताब में लिखी बातों पर अडिग प्रदीप ने कहा कि वित्त मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को लिखे गए नोट और अन्य रिकॉर्डस में भी यह बात कही गई है कि प्रधानमंत्री को इस बात की जानकारी थी की क्या हो रहा है। अपनी किताब में लिखे हर शब्द को लेकर अडिग हूं।
उन्होंने आगे बताया, प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा था कि संचार मंत्री की बातों को सुनकर उनपर अमल करूं। मैंने फिर प्रधानमंत्री से कहा कि मंत्री के सभी निर्देशों को मानना खतरनाक साबित होगा और आगे चलकर ये एक बड़े घोटाले को अंजाम दे सकते हैं और हुआ भी यही।
बैजाल ने आगे कहा कि पूर्व संचार मंत्री दयानिधि मारन सभी फैसले बिना रोक टोक के लेते थे और आदेशों को नहीं मानने पर मुझे धमकी देते थे।