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नरेंद्र मोदी सरकार पाखंडी : आनंद शर्मा

Published: May 25, 2015 10:10:00 am

भाजपा ने “मेक इन इंडिया” के तहत राफेल सौदे को अंतिम रूप
देते समय हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को दूर क्यों रखा

Anand Sharma

Anand Sharma

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह पाखंडी है और पूंजीवादी मित्रवाद को बढ़ावा दे रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र में एक साल के कार्यकाल के पूरा होने की पूर्व संध्या पर एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान पूंजीवादी मित्रवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, उनकी (प्रधानमंत्री) हर यात्रा पर न केवल उनके करीबी उद्योगपतियों का समूह उनके साथ जाता है बल्कि विदेशी बैंकों से वित्त की व्यवस्था के लिए व्यापार सौदों में भी उनकी मदद की जाती है।

उन्होंने कहा, वह कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। भाजपा ने “मेक इन इंडिया” के तहत राफेल सौदे को अंतिम रूप देते समय हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को दूर क्यों रखा। सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की कीमत पर निजी क्षेत्रों को क्यों आमंत्रित किया गया। टेलीकॉम नीतियों को क्यों बदला गया। यह राष्ट्र हित नहीं है। भाजपा की सरकार को उत्तर देना होगा। पूंजीवादी मित्रवाद में कौन शामिल है।

आनंद शर्मा ने सत्ता के केंद्रीकरण पर भी सरकार की निंदा की। उन्होंने कहा, इससे निर्णय लेने और संसदीय प्रणाली पर प्रतिकूल असर हुआ है। अगर सरकार भ्रष्टाचार से निपटने के लिए गंभीर है तो फिर वह अभी तक मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी), मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) और लोकपाल की नियुक्ति क्यों नहीं कर पाई है।

आनंद शर्मा ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों जैसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) एवं औषधि अनुसंधान संस्थान में महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़े हैं। उनके प्रमुखों की नियुक्ति के लिए सरकार की मंशा नहीं दिख रही है।

उन्होंने कहा, कई विश्वविद्यालयों में कुलपति नहीं है। भारतीय चिकित्सा परिषद का कोई अध्यक्ष नहीं है और यही स्थिति वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की है। ऎसे कई उदाहरण हैं।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, जो पार्टी अपने कामकाज में पारदर्शिता का वादा करती है वह अपने शब्दों पर खरी नहीं उतरती। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से निर्णय लेने की कमजोरी का मामला है।

आनंद शर्मा ने कहा, देश की मनोदशा आशा से निराशा और निराशा से पूरी तरह उदासी में बदल चुकी है। मुझे यह कहते हुए जरा भी संकोच नहीं हो रहा है कि भाजपा के इस एक साल के शासन में सरकार ने यह सिद्ध कर दिया है कि वह गरीब विरोधी, जन विरोधी, दलित एवं आदिवासी विरोधी, महिला विरोधी और शिक्षा विरोधी है।

आनंद शर्मा ने कहा कि भाजपा का “सबका साथ, सबका विकास” का नारा अब “सबके साथ, कुछ का विकास” में बदल गया है। 25 मई को केंद्र में मोदी सरकार को एक साल पूरा हो जाएगा।
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