सरकार ललित मोदी प्रकरण पर बहस के लिए तैयार है, लेकिन उसे मंत्रियों के इस्तीफे की मांग कतई स्वीकार नहीं है। इस गतिरोध के कारण पहले दो सप्ताह संसद में कोई कामकाज नहीं हो पाया। संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गुरूवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, लेकिन वह बेनतीजा रही।
संसद में बने गतिरोध को दूर करने के लिए सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, लेकिन कांग्रेस के सख्त रवैये को देखते हुए इसमें भी कोई नतीजा निकलने के आसार नहीं है। गुरदासपुर की घटना पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए वक्तव्य के दौरान “हिंदू आतंकवाद” को लेकर कांग्रेस को निशाना बनाए जाने से मुख्य विपक्षी दल आगबबूला है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार ललित मोदी प्रकरण और व्यापम घोटाले पर विपक्ष की मांग को प्राथमिकता नहीं देती है तब तक किसी तरह की बैठक का कोई मतलब नहीं है।