औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रखा जाएगा, एनडीएमसी की बैठक में प्रस्ताव पास, ओवैसी ने ट्वीट कर जताया विरोध
नई दिल्ली।
एनडीएमसी एरिया के अंतर्गत आने वाली
औरंगजेब रोड अब
पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. अब्दुल कलाम के नाम पर जानी जाएगी। इस आशय का प्रस्ताव एनडीएमसी की बैठक में पास हो गया। कलाम के निधन के बाद से ही दिल्ली की एक प्रमुख सड़क का नाम उनके नाम पर रखने की मांग उठती रही है। वहीं इस फैसले का विरोध होना भी शुरू हो गया है।
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अरविंद केजरीवाल से ट्वीट करके कहा है कि आप औरंगजेब के बारे में सही तथ्य पढ़ें। वहीं उन्होंने दूसरा ट्वीट कर सवाल उठाया कि बीजेपी नेताओं ने इसका प्रस्ताव किया और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने इसे इंप्लिमेंट किया। ये दोनों का क्या संदेश दे रहे हैं।
वहीं शुक्रवार को औरंगजेब रोड का नाम बदल कर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड रखे जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुशी जताई। केजरीवाल ने ट्वीट कर एनडीएमसी को बधाई दी है। यह प्रस्ताव बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, महेश गिरि और आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग नेता विपन रोहिला की तरफ से लाया गया था। इस बारे में सांसद महेश गिरि पहले भी चिटी लिख चुके हैं। वहीं सड़कों के नाम बदलकर रखने के संबंध में शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से किसी भी ऎतिहासिक रोड का नाम नहीं बदलने के साफ दिशा निर्देश हैं।
हालांकि नई सड़क का नामकरण किया जा सकता है। इससे पहले दिल्ली से बीजेपी सांसद महेश गिरी ने भी प्रधानमंत्री मोदी से दिल्ली के औरंगजेब रोड का नाम बदल कर पूर्व राष्ट्रपति कलाम के नाम पर रखने का अनुरोध किया था। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री को एक चिटी लिखी थी कि जनता के राष्ट्रपति के रूप में व्यापक रूप से सम्मानित कलाम की स्मृति के लिए यह एक उपयुक्त श्रद्धांजलि होगी।
पूर्वी दिल्ली के सांसद ने पत्र में कहा है कि पूरा देश कलाम की मृत्यु से शोक में है। वह एक महान वैज्ञानिक और समाज सुधारक थेए जिन्होंने देश के लाखों लोगों को प्रभावित किया और अपना पूरा जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित कर दिया। जनता के राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि देने के लिए मैं नई दिल्ली में स्थित औरंगजेब रोड का नाम बदल कर डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम रोड रखने का प्रस्ताव देता हूं।