महबूबा ने कहा, अपने बच्चों को ड्रोन से मार डालता है पाक
Published: Jul 25, 2016 12:12:00 pm
आज जब कोई कश्मीरी बच्चा बंदूक उठाता है तो पाकिस्तान उन्हें नेता बताते हैं
श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान का खुद को आतंकवाद से पीडि़त बताना पाखंड है। वह कश्मीर में युवाओं को बंदूक उठाने के लिए उकसा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों का दिल जीतने की दिशा में शुरुआत के तौर पर केन्द्र सरकार को प्रायोग के तौर पर चुनिंदा क्षेत्रों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून हटाना चाहिए। राज्य के हालात पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक के बाद महबूबा ने ये बातें कही।
महबूबा ने कहा, आज जब कोई कश्मीरी बच्चा बंदूक उठाता है तो वो उन्हें नेता बताते हैं और कहते हैं कि वह अच्छा कर रहा है लेकिन जब उनका अपना बच्चा बंदूक उठाता है तो वे उस पर ड्रोन से हमला करते हैं और सैन्य अदालतों में फांसी देते हैं। यह पाकिस्तान का पाखंड है। पाकिस्तान को इस नीति को बदलना चाहिए। पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार है,उनके स्कूल में सैकड़ों बच्चों को मार दिया गया,उनकी मस्जिदों में कोई नहीं जाता,लोगों को डर लगता है। उन्हें अपने यहां लाल मस्जिद अभियान चलाना पड़ा था। पाकिस्तान को अपनी नीति में परिवर्तन करने की जरूरत है ताकि दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू की जा सके और आपसी विश्वास बहाल हो सके
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में भारत और पाकिस्तान के संबंध सबसे अच्छी स्थिति में थे। आज भी भारत और पाकिस्तान
कश्मीर मसले पर बातचीत की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं लेकिन पाकिस्तान को अपना रवैया बदलना होगा। कश्मीरियों को बंदूक उठाने के लिए उकसाने से परहेज करना होगा। उन्हें यह नहीं कहना है कि आप बंदूक उठाओ और मरो,मैं तुम्हें सलामी दूंगा। सद्भावना के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाहौर जाकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिले लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पठानकोट हमले के बाद बातचीत पटरी से उतर गई।
कश्मीर मामले की गंभीरता का खयाल तभी आता है जब यहां हालात बिगड़ते हैं। उस समय सभी कहते हैं कि हमें इस मसले को हल करना है। हालात सुधरते ही सब भूल जाते हैं। पीडीपी के लिए हमेशा से कश्मीर में अमन और राजनीतिक स्थिरता व कश्मीरियों की बेहतरी ही प्राथमिकता रही है। कश्मीर हिंसा में घायल लोगों के इलाज में लगे लोगों पर महबूबा ने कहा,मैं राज्य में स्थिति सामान्य करने के लिए 24 घंटे काम कर रहे डॉक्टरों और अन्य लोगों की शुक्रगुजार हूं।
अफस्पा का जिक्र करते हुए महबूबा ने कहा,हम इसे हटाने के पक्ष में है लेकिन चरणबद्ध तरीके से। हम एक बार में सारे इलाकों से अफस्पा हटाने को नहीं कह रहे। अगर यह धीरे धीरे कुछ इलाकों से हटाया जाता है तो यह देखा जा सकता है कि हालात कैसे बदल रहे हैं। अगर हालात सामान्य होते हैं तो इसे सभी इलाकों से हटाया जा सकता है। प्रयोग के तौर पर हम 30-40 पुलिस थाना क्षेत्रों से इसे हटा सकते हैं। अगर इन इलाकों में हालात ठीक रहते हैं तो फिर अन्य जगहों से भी इसे हटाया जा सकता है,नहीं तो इसे दोबारा लागू कर दिया जाए। हमें शुरूआत तो किसी जगह से करनी है और यही बात मैंने गृह मंत्री से भी की है।