प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महीने बाद बुधवार को नोटबंदी पर संसद में बयान दे सकते हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महीने बाद बुधवार को नोटबंदी पर संसद में बयान दे सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष और सरकार का इसको लेकर समझौता हो गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर को जब से नोटबंदी की घोषणा की है तब से विपक्ष लगातार उनकी आलोचना कर रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से लेकर अब तक प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी पर चर्चा नहीं की है। विपक्ष उनपर नोटबंदी को लेकर संसद के अंदर चुप्पी साधने का आरोप लगा रहा है।
अब ऐसे में सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को नोटबंदी पर संसद में बयान दे सकते हैं। इसे लेकर विपक्ष और सरकार के बीच समझौता हो गया है। विपक्ष कुछ शर्तों के साथ संसद में डिबेट को लेकर तैयार हो गया है।
विपक्ष नो रूल के तहत डिबेट को तैयार
-इससे पहले विपक्ष नोटबंदी पर वोट के जरिए डिबेट कराना चाहता था।
-मोदी सरकार इसे लेकर तैयार नहीं हो रही थी।
-इसके बाद विपक्ष ‘कोई नियम नहीं’ प्रस्ताव के तहत डिबेट के लिए तैयार हुआ।
-इसे रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया जाता है।
-लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन इस बात का निर्धारण करेंगी कि मतदान होगा या नहीं।
-वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज संसद में इसे लेकर बहस कर सकते हैं।
-सूत्रों के मुताबिक, मोदी बुधवार को नोटबंदी पर अपना स्टेटमेंट दे सकते हैं।
लगे नारे- ‘किसान विरोधी सरकार नहीं चलेगी’
-वहीं राज्यसभा दोपहर ढ़ाई बजे तक के लिए स्थगीत हो गई है।
-लोकसभा को बुधवार तक स्थगित कर दिया गया है।
-राज्यसभा में विपक्ष ने किसान विरोधी, गरीब विरोधी नारे लगाए हैं।
-विपक्ष ने नारे लगाए- किसान विरोधी, गरीब विरोधी, ये सरकार नहीं चलेगी।
-वहीं राहुल गांधी ने नोटबंदी को सरकार का मूखर्तापूर्ण कदम बताया है।
राहुल ने कहा, लोकसभा में आने से क्यों घबरा रहे हैं मोदी
-राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री पूरे देश में भाषण दे रहे हैं। लेकिन लोकसभा में आने से डर रहे हैं।
-राहुल ने पूछा कि प्रधानमंत्री को लोकसभा में आने से इतनी घबराहट क्यों है?
-राहुल गांधी ने नोटबंदी को हिंदुस्तान के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला बताया है।
-राहुल गांधी ने कहा, इस बारे में मैं लोकसभा में बोलना चाहता हूं। वहां सब बताऊंगा।
नोटबंदी पर विचार नहीं किया तो बर्बाद हो जाएगी सरकार
-विमुद्रीकरण पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा में सरकार से अपने फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कहा।
– मायावती ने कहा, अगर सरकार ने विमुद्रीकरण पर फिर से विचार नहीं किया तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
– सरकार बर्बाद हो जाएगी। सरकार को सबकुछ खोना पड़ेगा।
सिताराम येचुरी ने नोटबंदी के फैसले को देशद्रोही नियम बताया है।