संसद में पीएम मोदी के भाषण से जुड़ी 10 प्रमुख बातें
Published: Nov 27, 2015 06:54:00 pm
प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान में कोई बदलाव नहीं कर सकता, कोई बदलाव आत्महत्या करने जैसा होगा
नई दिल्ली। संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में कई बड़ी बातें कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान में कोई बदलाव नहीं कर सकता। साथ ही प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी भी हाल में आरक्षण समाप्त नहीं किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के भाषण की प्रमुख बातें:-
1.संविधान में हम निहित है ना कि मैं या आप। संविधान में हम सभी को बांधने की ताकत है। कोई संविधान नहीं बदल सकता। इसे लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। संविधान में कोई बदलाव नहीं हो सकता। यह आत्महत्या करने जैसा होगा।
2.समाज का पिछड़ा तबका आरक्षण के सहारे आगे बढ़ेगा तो देश मजबूत होगा। आरक्षण किसी भी हाल में समाप्त नहीं होगा।
3.बोनस एक्ट की सीमा 3500 से लेकर 7 हजार किया जाएगा। अर्हता की सीमा 10 हजार से बढ़ाकर 21 हजार किया जाएगा। इस सत्र में आएगा बोनस एक्ट।
4.सरकार सहमति से चलती है। अल्पमत और बहुमत तो आखिरी विकल्प होता है।
5.सरकार का एक ही धर्म है इंडिया फस्र्ट। सरकार का एक ही धर्मग्रंथ है-भारत का संविधान। राष्ट्र केवल संविधान के अनुसार चलेगा
6.मेरा कुछ नहीं तो मुझे क्या,यह भाव देश के लिए अच्छा नहीं। देश के लिए कर्तव्य भाव जगाना होगा। देश में सिर्फ अधिकारों पर बात होती है। अब कर्तव्यों पर ध्यान देना होगा।
7.वाजपेयी सरकार एक वोट से गिर गई थी। यह इस बात का उदाहरण है संविधान की क्या ताकत होती है और जब वह सही हाथों में होता है तो क्या होता है।
8.इस देश में जितनी सरकारें बनी है,जितने प्रधानमंत्री बने हैं उन सभी के योगदान से ये देश आगे बढ़ा है।
9.ये देश राजा-महाराजाओं ने नहीं कोटि-कोटि लोगों ने बनाया है। कई लोगों की तपस्या और सभी सरकारों के सहयोग से देश आगे बढ़ा है। यह देश कोटि-कोटि जन,श्रमिकों, शिक्षकों और मजदूरों ने अपने पसीने से बनाया है।
10.संविधान बनाने में बाबा साहब अंबेडकर की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। जिस देश में विश्व के सभी 12 जीवित धर्म हों, 122 भाषाएं हो,1600 से ज्यादा बोलियां हो,वहां संविधान बनाना बहुत बड़ा काम है। अंबेडकर ने 100 साल आगे तक की बात सोची। उन्होंने जीवनभर अपमान के जहर को पीया और हमारे लिए संविधान के रूप में अमृत छोड़ गए।