नोटबंदी के बाद 30 हजार करोड़ का कालाधन देश से बाहर : दिग्विजय
Published: Dec 04, 2016 04:21:00 pm
सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले
की जानकारी सरकार में शामिल कुछ लोगों को पहले से ही थी और इसी वजह से करीब
30 हजार करोड़ से अधिक का कालाधन देश से बाहर भेज दिया गया
digvijay singh speaks on note ban
पटना। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने रविवार को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले की जानकारी सरकार में शामिल कुछ लोगों को थी जिसके कारण करीब 30 हजार करोड़ से अधिक का कालाधन देश से बाहर भेजा गया। सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले की जानकारी सरकार में शामिल कुछ लोगों को पहले से ही थी और इसी वजह से करीब 30 हजार करोड़ से अधिक का कालाधन देश से बाहर भेज दिया गया।
उन्होंने नोटबंदी से कालाधन पर अंकुश लगाने के निर्णय को केन्द्र सरकार की विफलता बताया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि नोटबंदी से पूर्व देश के कई राज्यों में करोड़ों रुपए बैंक में जमा करा दिए गए और उसके बाद उन्हीं रुपयों से अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का जिला मुख्यालयों में कार्यालय के लिए जमीन खरीदी गई। इसमें भी जमकर धांधली की गई है।
सिंह ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से जहां गरीबों और किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं कालाधन रखने वाले अपने रुपयों को सफेद करने की जुगत में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों को इस फैसले से कोई लाभ नहीं होगा और उन्हें सिर्फ परेशानी होगी। गरीबों और किसानों के हिमायती बनने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी कर बड़े औद्योगिक घरानों को मदद की है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद रुपए बदलने के लिए लाईन में लगी देश की जनता की परेशानियों से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। केन्द्र सरकार ने बिना सोचे समझे ही यह फैसला लिया है। सिंह ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी के फैसले को एक बड़ा घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद कालाधन रखने वालों में से अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।