सोमवार को नागपुर के रेशमीबाग स्थित आरएसएस के मुख्यालय में नए ट्राउजर की बिक्री शुरू हो गई है।
मुंबई। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने इस साल दशहरे पर अपनी सालों पुरानी ड्रेस को बदल डालेगा। पिछले 91 सालों से आरएसएस की यूनिफॉर्म में जो हॉफ पैंट शामिल थी उसको बदलकर फुल पैंट करने का फैसला किया गया। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस फैसले ने सभी को चौंका दिया था।
नागपुर मुख्यालय में नई यूनिफॉर्म की बिक्री शुरू
आरएसएस के इस फैसले के बाद कुछ विवाद भी छिड़े थे। मगर अब आरएसएस की ये नई यूनिफॉर्म बिकने के लिए बाजार में आ गई है। सोमवार को नागपुर के रेशमीबाग स्थित आरएसएस के मुख्यालय में नए ट्राउजर की बिक्री शुरू हो गई है। आरएसएस ने अपनी यूनिफॉर्म में बस अपनी पैंट के साइज को ही बदला है। पैंट हॉफ से फुल हो गई है बाकि वही सफेद शर्ट, काली टोपी, भूरे मोजे और बांस की लकड़ी है।
दशहरे पर आरएसएस के स्थापना दिवस पर शुरू होगी नई यूनिफॉर्म
इस साल मार्च में राजस्थान के नागौर में हुए कॉन्क्लेव में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में इस बात की घोषणा की गई कि ये नई यूनिफॉर्म इस साल विजयदशमी यानि दशहरे से शुरू हो जाएगी। दशहरे पर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाली पारंपरिक रैली में मोहन भागवत इस का उद्घाटन करेंगे। ये बदलावा पूरे फीडबैक के बाद किया जा रहा है। बाजार में आरएसएस की ये फुल पैंट 250 रुपए प्रति जोड़ा के हिसाब से बिक रही है। ये पैंट राजस्थान के अकोला में आरएसएस के स्टाइलिस्ट ने तैयार की है।