दूसरों को ‘खामोश’ करने वाले शत्रु संसद में खुद ‘चुप’ रहे
सत्र के दौरान पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने एक भी सवाल नहीं पूछा और न ही किसी चर्चा में हिस्सा लिया
नई दिल्ली। दूसरों को ‘खामोश’ करने वाले बॉलीवुड अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा इस बार संसद में खुद ‘शांत’ रहे। हाल ही में समाप्त हुए संसद के मॉनसून सत्र के आंकड़ों पर नजर डालें तो पटना साहिब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद शत्रुघ्न सदन में ज्यादा बोले नहीं। संसद में सांसद का काम होता है कि वह जिस सीट से चुनकर आता है, वह वहां के लोगों की समस्याओं को सदन में उठाए, लेकिन पूरे सत्र के दौरान सिन्हा चुप ही रहे।
सत्र के दौरान पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने एक भी सवाल नहीं पूछा और न ही किसी चर्चा में हिस्सा लिया। हालांकि, सिर्फ शत्रु ही पूर सत्र में खामोश नहीं रहे। बिहार के अररिया से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सांसद और केंद्रीय मंत्री तसलीमुद्दीन में भी किसी चर्चा में हिस्सा नहीं लिया।
सबसे आगे रहे पप्पू यादव
बिहार से 40 सांसद लोकसभा के लिए चुनकर आते हैं। बहस में हिस्सा लेन और सवाल पूछने के मामले में राजद से निलंबित सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सबसे आगे रहे। लोकसभा के आंकड़ों के मुताबिक पप्पू यादव ने 153 बहस में हिस्सा लिया। वह मधेपुरा से सांसद हैं। वहीं, दूसरे नंबर पर बक्सर से भाजपा की टिकट पर चुनकर आए अश्विनी कुमार चौबे का रहा। तीसरा स्थान कौशलेंद्र कुमार का रहा। वह नालंद से जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद हैं।
सवाल पूछने के मामले में भाजपा की सांसद रमा देवी रही। लोकसभा में शिवहर का प्रतिनिधित्व करने वाली रमा देवी ने सत्र में कुल 323 सवाल पूछकर पहले स्थान पर रही। दूसरा स्थान दरभंगा के सांसद कीर्ति आजाद का रहा जिन्होंने कुल 275 सवाल पूछे। तसलीमुद्दीन ने महज दो सवाल पूछे। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पार्टी के नेता रातचंद्र पासवान ने महज पांच सवाल पूछे।
Home / Political / दूसरों को ‘खामोश’ करने वाले शत्रु संसद में खुद ‘चुप’ रहे