किसानों की आत्महत्या के मामले में महाराष्ट्र अब भी शीर्ष पर है। ठाकरे की पार्टी शिवसेना राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने 24 जून को 34,022 करोड़ रुपए के कर्ज माफी का एलान किया था।
मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र की भाजपा सरकार किसानों की कर्ज माफी योजना को सही तरीके से लागू नहीं करती है तो उनकी पार्टी सरकार का भंडा फोड़ने से नहीं हिचकेगी। ठाकरे की पार्टी शिवसेना राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने सबसे पहले कर्ज माफी की मांग की थी। पार्टी के मुखपत्र में उन्होंने कहा कि जब
शरद पवार केंद्रीय कृषि मंत्री थे तब शिवसेना ने ही सबसे पहले किसानों के कर्ज माफी के लिए आवाज उठाई थी।
किसानों की आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र सबसे ऊपर
किसानों की आत्महत्या के मामले में महाराष्ट्र दुर्भाग्य से अब भी शीर्ष पर है। यह वह क्षेत्र नहीं है जहां हमारे राज्य को शीर्ष पर होना चाहिए था। उन्होंने कहा है कि इसीलिए हमारी मांग थी कि किसानों को कर्ज मुक्त होना चाहिए।
ठाकरे ने बैंकों के बाहर कार्यकर्ताओं से ढोल बजाने को कहा
ठाकरे ने कहा कि मैंने शिवसेना कार्यकर्ताओं से (आंदोलन के हिस्से के तौर पर) बैंकों के बाहर ढोल बजाने को कहा है। वे लाभार्थियों की सूची को प्रदर्शित करें। ठाकरे ने कहा कि अगर राज्य सरकार ऋण माफी की योजना को ठीक से लागू करने में विफल रहती है तो हम उसको उजागर करने में संकोच नहीं करेंगे।
सीएम ने किया था कर्जमाफी का ऐलान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने 24 जून को 34,022 करोड़ रुपए के कर्ज माफी का एलान किया था। इससे पहले किसानों ने राज्यव्यापी आंदोलन किया था। इसके बाद फडनवीस ने कहा था कि योजना के तहत तकरीबन 36 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। ठाकरे ने कहा कि मैं राज्य विधानसभा में उन 36 लाख लोगों के नाम देखना चाहता हूं, जिनका पूरा कर्ज माफ किया जा रहा है।
36 लाख किसानों की ऋण माफी का मामला
राज्य सरकार ने 36 लाख किसानों का पूरा ऋण माफ करने को कहा था। जबकि 89 लाख किसान योजना से लाभान्वित होंगे। मैं नाम देखना चाहता हूं और मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन किसानों का पता लगाने को भी कहा है।