शर्मनाक टिप्पणी के लिए भाजपा सांसद ने कहा I AM SORRY
Published: Apr 01, 2015 07:53:00 pm
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर शर्मनाक टिप्पणी करने के बाद भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने माफी मांगी
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी देने वाले केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद ने अब इस तरह का बयान देने को लेकर माफी मांगी है। अपनी टिप्पणी को लेकर पछतावा जताते हुए सिंह ने कहा, “ऑफ द रिकॉर्ड्स बहुत सी चीजें कहीं जाती हैं, लेकिन अगर इससे राहुल या सोनिया जी को दुख पहुंचा है, तो मुझे अफसोस है।”
वहीं दूसरी ओर सिंह के बयान से किनारा करते हुए भाजपा ने कहा है कि वे इस बयान से अपने आप को नहीं जोड़ती। भाजपा ने कहा, “इस तरह के बयान देने से पहले खुद को नियंत्रित रखना चाहिए। हर किसी का ध्यान विकास और गवर्नेंस पर होना चाहिए।”
गौरतलब है कि सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। सिंह ने सोनिया के रंग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर राजीव गांधी ने नाइजीरिया की किसी महिला से शादी की होती और उनका रंग गोरा नहीं होता तो क्या कांग्रेस उन्हें (सोनिया) अपना अध्यक्ष बनाती।
बिहार के हाजीपुर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए गिरिराज ने यह शर्मनाक टिप्पणी की। हालांकि, उनकी टिप्पणी से उठे विवाद के बाद मंत्री ने कहा कि उन्होंने अनौपचारिक रूप से यह बात कही थी, लेकिन उनकी यह सफाई किसी के गले नहीं उतरी।
कांग्रेस ने मंत्री की टिप्पणी पर कहा कि इससे साबित होता है कि भाजपा में नैतिकता की कमी है। अपने बयान की चारों ओर हो रही थू थू के बीच गिरिराज ने इसके लिए खेद जताया है। वहीं, भाजपा ने भी उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी का कहना है कि रंग, जाति और धर्म पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी मंजूर नहीं है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब सिंह ने इस तरह के बयान देकर पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी की हों। पिछले साल लोकसभा चुनावों के दौरान उन्होंने कहा था कि जिन लोगों को नरेंद्र मोदी पसंद नहीं हैं, वे लोग पाकिस्तान चले जाएं क्योंकि भारत में उनके लिए कोई जगह नहीं है। केंद्र में मंत्री बनने से पहले बिहार सरकार में मंत्री रहे सिंह ने यह बयान एक रैली में पार्टी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी की मौजूदगी में दिया था।
यही नहीं, उन्होंने हाल ही में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का भी मजाक उड़ाते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में होती और राहुल देश के प्रधानमंत्री होते और किसी कारणवश 43 से 47 गायब हो जाते तो क्या होता। पूरा बजट सत्र समाप्त हो चुका है, लेकिन राहुल गांधी का कोई अता-पता नहीं है। राहुल मलेशियाई विमान की तरह गायब हुए हैं जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है।