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याकूब के प्रति साहनुभूति देश प्रेम के खिलाफ : नायडू

Published: Aug 03, 2015 01:26:00 am

केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि याकूब के प्रति साहनुभूति राष्ट्र प्रेम के खिलाफ

Venkaiah Naidu

Venkaiah Naidu

हैदराबाद। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने रविवार को निराशा जाहिर करते हुए कहा कि कुछ लोग आतंकी याकूब मेमन की फांसी और आतंकवाद पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि याकूब के प्रति साहनुभूति राष्ट्र प्रेम के खिलाफ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस तरह से सहानुभूति जताकर राष्ट्र के रूप में भारत का नुकसान किया जा रहा है। हाल ही में याकूब को 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट में फांसी दी गई है। नायडू ने याकूब की फांसी में कवरेज को लेकर मीडिया पर भी निशाना साधा।

नायडू ने कहा, “दुर्भाग्य से कुछ लोग हर मुद्दे पर राजनीति करते हैं। फांसी की सजा और आतंकवाद दोनों अलग-अलग मुद्दा है। लोग इस पर बहस कर सकते हैं। नायडू ने कहा, ” लेकिन जहां तक आतंकवाद से लड़ने की बात हैं तो वहां हमें एकता का प्रदर्शन करना चाहिए। इस तरह के मुद्दों पर हमें एकजुट होकर पूरी ताकत के साथ मुकाबला करना चाहिए।

मुंबई में सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी देने के बाद फांसी की सजा पर हो रही बहस को लेकर नायडू ने कहा, वाकई मैं चकित हूं कि कुछ लोग याकूब मेमन को मिली फांसी पर बहस कर रहे हैं। वह देशद्रोही था, वह एक आतंवादी था और उसने देश को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया था। वह निष्पक्ष न्यायिक प्रक्रिया का साथ गुजरा। इसी प्रक्रिया के दौरान उसे सजा मिली और वह सजा लागू हुई।”

नायडू ने कहा, “कुछ लोग इस सजा को मानवाधिकार से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं तो कुछ लोग इसे मजहब से जोड़ रहे हैं। आतंकी का कोई मजहब नहीं होता और न ही उसकी कोई जाति होती है। आतंकवादी केवल आतंकवादी है। यदि हम याकूब के साथ सहानुभूति जता रहे हैं तो देश का नुकसान कर रहे हैं।”

नायडू ने कहा, “मीडिया में याकूब मेमन का जिस तरह के कवरेज किया गया इसे लेकर लोगों में नाराजगी है। देश ने अपने महान सपूत अब्दुल कलाम को खोया था। उनकी अंत्येष्टि चल रही थी लेकिन मीडिया का फोकस याकूब मेमन था। नायडू ने उन लोगों की आलोचना की जो न्यायपालिका को चुनौती दे रहे थे। नायडू ने कहा कि यह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा, “हमने कभी नहीं कहा कि यह मुसलमान आतंकवाद, ईसाई आतंकवाद या हिन्दू आतंकवाद। हमने कहा है आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद है और वह मानवता का दुश्मन है और उसे इसी रूप में देखा जाना चाहिए।”
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