मिनी-PMO में अब जन-समस्याएं सुनेंगे तीन केंद्रीय मंत्री, दो सांसद
Published: Jul 06, 2015 01:48:00 pm
यह पहली बार है कि प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह के इंतजाम किए
गए हैं
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र में बनाया गया मिनी-पीएमओ अब बड़ा हो गया है। जनता की शिकायतें सुनने के लिए पिछले साल तैयार किए गए छोटे सेक्रेट्रेट में अब तीन केंद्रीय मंत्री, दो सांसद और पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया जाएगा। इस मिनी पीएमओ में इन-चार्ज पहले से ही मौजूद है और अब इन नेताओं के शामिल होने से लोगों की समस्याओं का समाधान और जल्दी किया जा सकेगा।
यह मंत्री होंगे शामिल
वाराणसी स्थित पीएम मोदी के जन संपर्क कार्यालय (पीआर ऑफिस) जिसे मिनी पीएमओ के नाम से भी जाना जाता है, के हैड शिव शंकर पाठक ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के निर्वाचन क्षेत्र में जनता की सम स्याओं का समाधान कम समय में करने के लिए नई व्यवस्था की गई है।” पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश के बाद ही पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों – मनोज सिन्हा, संतोष गंगवर और महेश शर्मा को वाराणसी ऑफिस में उपस्थित रहने को कहा है।
यह मंत्री एक-एक कर शनिवार को कार्यालय में उपस्थित रहेंगे और समस्याएं सुनेंगे। बचे हुए दो शनिवार को दो सांसद – महेंद्र नाथ पांडे और विनोद सोंकर सुनवाई करेंगे। इनके अलावा पार्टी के वरिष्ठ अधिकारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी, सुरेश खन्ना और ह्रदय नारायण दीक्षित भी कार्यालय में मौजूद रहेंगे। यह लोग रविवार को रिपोर्ट करेंगे। यानी कि इस रविवार सुरेश खन्ना की बारी थी।
पहली बार हुए हैं यह इंतजाम
यह पहली बार है कि प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह के इंतजाम किए गए हैं। यहां तक कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तब भी ऎसा नहीं हुआ था। वे लखनऊ से चुनाव जीते थे और वरिष्ठ नेता लालजी टंडन अकेले ही वाजपेयी का निर्वाचन क्षेत्र संभालते थे। यहीं नहीं कांग्रेस के समय भी जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे तब उन्होंने किसी भी वरिष्ठ मंत्री को अपने निर्वाचन क्षेत्र अमेठी में नहीं लगाया था।