संजय राउत ने कहा, “हम पाकिस्तान का विरोध करना तब तक जारी रखेंगे जब तक पाकिस्तान सीमा पर हमला करना जारी रखेगा।”
मुंबई। पूर्व पाकिस्तानी विदेश मंत्री का मुंबई में बुक लांच कराया जाना भाजपा को महंगा पड़ सकता है। शिवसेना के विरोध के बावजूद खुर्शीद महमूद कसूरी का पुस्तक विमोचन कराये जाने से उद्धव बेहद नाराज हैं और इस बात की संभावनाएं जोर पकड़ रही हैं कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन बहुत जल्द टूट सकता है।
शिससेना सूत्रों के मुताबिक, उद्धव बहुत जल्द उनकी पार्टी के मंत्रियों से देवेंद्र फड़नवीस का कार्यालय छोड़ने को कह सकते हैं। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर शिव सेना के एक प्रमुख व्यक्ति ने बताया है कि, “इस बात की बहुत, बहुत संभावनाएं हैं कि सेना-भाजपा गठबंधन अब टूट सकता है।” शिव सेना का एक बड़ा धड़ा अब यह चाहता है कि शिवसेना को भाजपा से अलग हो जाना चाहिए। शिवसेना को लगता है कि यदि वह अब भी भाजपा के साथ बनी रही तो आने वाले चुनावों में उसे इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है।
वरिष्ठ शिवसेना नेता संजय राउत कुलकर्णी के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम को होस्ट किए जाने से बेहद नाराज हैं। राउत ने कुलकर्णी को पाकिस्तान का ऐजेंट बताते हुए कहा कि शिवसेना पाकिस्तानी कलाकारों और क्रिकेटरों के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि, “हमने पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के बारे में पत्र लिखकर फड़नवीस को सूचित किया था, राउत ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने भारत में आकर ‘हेट इंडिया कैंपेन’ चलाई है। हम पाकिस्तान का विरोध करना तब तक जारी रखेंगे जब तक कि पाकिस्तान सीमा पर हमला करना जारी रखेगा। यह वह विचार जो बाला साहब ठाकरे द्वारा दिया गया था। अब उद्धव जी के नेतृत्व में पार्टी इसी कदम पर कायम रहेगी।”