शाह से स्पष्ट कहा कि राज्य नेतृत्व बड़े नेताओं को खुश करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि बजाए वोटर्स से संवाद बढ़ाने और उनके बीच जाने के नेता बड़े नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा के उन बड़े नेताओं को बड़ा झटका लगा है, जो यह मानकर बैठे थे कि एमसीडी चुनाव में जोरदार जीत के बाद केन्द्रीय नेतृत्व उनसे बेतहाशा खुश होगा। पार्टी अध्यक्ष ने दिल्ली भाजपा ईकाइ के प्रदर्शन से नाराजगी जताते हुए उन्हें जमकर फटकार लगाई है। शाह से स्पष्ट कहा कि राज्य नेतृत्व बड़े नेताओं को खुश करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि बजाए वोटर्स से संवाद बढ़ाने और उनके बीच जाने के नेता बड़े नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं।
51 प्रतिशत वोटिंग का लक्ष्य
दिल्ली भाजपा के नेताओं और राज्य पार्टी इकाई की कार्यशैली और प्रदर्शन से नाराज पार्टी अध्यक्ष
अमित शाह ने शुक्रवार को पदाधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने दो टूक कहा कि अधिकांश पदाधिकारी लोगों के बीच जाने की बजाए शीर्ष नेताओं के साथ समय बिताना पसंद कर रहे हैं। अपने एक दिवसीय दिल्ली प्रवास पर आए भाजपा अध्यक्ष ने दिल्ली भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आने वाले विधानसभा चुनाव में 51 प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा।
शीर्ष नेताओं को खुश करने में जुटी दिल्ली ईकाई
अमित शाह ने स्पष्ट कहा कि दिल्ली इकाई अपनी पूरी मेहनत आम लोगों के बीच जाने के बजाए
अमित शाह, रामलाल और
अरुण जेटली जैसे नेताओं से मिलने और उनको खुश करने में लगा रही है। जबकि आम जनता के बीच कोई नहीं जाना चाहता। सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष बैठक के दौरान काफी नाराज दिखाई दिए। दिल्ली भाजपा के अनुसार राजधानी के 13000 बूथों में से अभी तक केवल 60 प्रतिशत ही कवर किए जा सके हैं। जबकि पार्टी इसके अलावा सदस्यता अभियान में भी 1.5 लाख नए सदस्यों की संख्या को लेकर पीछे चल रही है।
राज्य नेतृत्व को सुधार के निर्देश
बैठक में उपस्थित एक भाजपा नेता ने शाह को भी बताया कि यदि मौजूदा समय में चुनाव करा लिया जाए तो दिल्ली में त्रिकोणीय चुनावी लड़ाई में पार्टी को 41 प्रतिशत मत मिलेगा। लेकिन 51 प्रतिशत वोटिंग का लक्ष्य रखने वाले
अमित शाह इससे सहमत नजर नहीं आए। इसके साथ ही नेताओं ने वोटिंग सिस्टम पर एक प्रजेंटेशन भी दिया, जिसमें जाति समीकरणों और जनसांख्यिकीय विभाजन के साथ पिछले चुनाव में भाजपा की हार के कारणों को बताया गया। शाह न राज्य नेतृत्व को बूथ स्तर की प्रक्रिया में सुधार और वोटर्स के संपर्क में रहने के निर्देश दिए।