हरीश रावत ने कहा, शाह और विजयवर्गीय का हो नार्को टेस्ट
Published: May 09, 2016 04:06:00 pm
दो स्टिंग ऑपरेशन सामने आने के बाद उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मुश्किल में हैं
देहरादून। दो स्टिंग ऑपरेशन सामने आने के बाद उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मुश्किल में हैं। हरीश रावत को सीबीआई ने पूछताछ के लिए तलब किया था लेकिन वे पेश नहीं हुए। रावत ने कहा कि उन्होंने पूछताछ की तारीख आगे बढ़ाने के लिए सीबीआई को अर्जी दी है। उम्मीद है कि सीबीआई हमारी व्यावहारिक दिक्कतों को समझेगी।
रावत ने कहा कि मैं सीबीआई के सामने जरूर पेश होऊंगा और जो भी जानकारी उन्हें चाहिए वह दूंगा। फ्लोर टेस्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने और विधानसभा में पार्टी का नेता होने के चलते उनके पास कई जिम्मेदारियां हैं, जिनकी वजह से उनका देहरादून में मौजूद रहना जरूरी है। इससे पहले रावत के मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार शाम दिल्ली जाने और वापस आने के लिए विमान का टिकट बुक कराया था लेकिन बाद में उन्होंने अपना जाना रद्द किया। कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के क्रम में रावत को 10 मई को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखना है। इसके लिए सोमवार को कांग्रेस विधानमंडल की महत्वपूर्ण बैठक होनी है और इन्हीं परिस्थितियों के कारण रावत दिल्ली नहीं गए।
26 मार्च को एक समाचार चैल ने एक स्टिंग ऑपरेशन से जुड़ी सीडी जारी की थी। इसमें रावत को बागी विधायकों का समर्थन के लेने के लिए धन की पेशकश करते हुए दिखाया गया था। स्टिंग के सवाल पर रावत ने कहा कि अब तो सेल्फी खिंचवाने से भी डर लगता है। न जाने कौन कैसा इस्तेमाल कर ले। ऐसा मेरे साथ ही नहीं बहुत नेताओं के साथ हो रहा है। ऐसा लगता है कि उत्तराखण्ड स्टिंगबाजों की धरती हो गई है। कैमरों और मीडियाकर्मियों के प्रति एक अविश्वास की धारणा बन गई है। रावत ने कहा कि अगर अमित शाह, कैलाश विजयवर्गीय, श्याम जाजू और वे सभी लोग जो खरीद फरोख्त में शामिल हैं, नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हों तो मैं नार्को टेस्ट कराने वाला पहला शख्स होऊंगा।
9 बागी विधायकों की हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने पर रावत ने कहा, मैं न्यायालय का आभारी हूं। उनके फैसले का स्वागत करता हूं। हमारे साथ न्याय होगा, मुझे इसका पूरा भरोसा है। भ्रष्टाचार के आरोपों पर रावत ने कहा कि मैं कहता रहा हूं कि एक न्यायिक आयोग बनाया जाए। भाजपा और मेरे कार्यकाल की जांच की जाए। मैं जांच को तैयार हूं। मैंने यह ऑफर भी दिया है कि अगर किसी को शक है और भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री तैयार हैं तो मैं उनसे अपनी संपत्ति की अदला बदली करने को तैयार हूं जबकि मेरा राजनीतिक कार्यकाल उनसे काफी पुराना है। इससे साफ हो जाएगा कि मैंने कितनी संपत्ति बनाई है।