नई दिल्ली। विपक्षी दलों ने बैठक कर आपसी सहमति से उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी को प्रत्याशी बनाया है। मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में 18 विपक्षी दलों की बैठक में ये फैसला किया गया। इसके बाद बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस विषय में फोन पर बात की और गोपालकृष्ण गांधी के लिए जेडीयू के समर्थन की मांग की। राहुल गांधी के अलावा गोपालकृष्ण गांधी ने भी नीतीश कुमार से फोन पर बात की। सूत्रों की मानें, तो नीतीश कुमार ने राहुल गांधी को भरोसा दिया है कि वह गोपालकृष्ण गांधी का उपराष्ट्रपति चुनाव में समर्थन करेंगे।
मौजूद नेताओं ने गांधी के नाम पर जताई सहमति
नीतीश कुमार राष्ट्रपति उम्मीदवारी के लिए गोपालकृष्ण गांधी के समर्थन में थे, लेकिन विपक्ष ने मीरा कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया। इससे असहमत नीतीश ने रामनाथ कोविंद का समर्थन करने की घोषणा कर दी। उपराष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में मंगलवार को 18 विपक्षी दलों की संसद भवन में बैठक हुई थी। बैठक में देश के शीर्ष राजनेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खडग़े, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, ए के एंटनी, डेरेक ओ ब्रायन (टीएमसी), जयप्रकाश नारायण यादव (आरजेडी), नरेश अग्रवाल (एसपी), प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी), तारिक अनवर (एनसीपी), एलांगवन (डीएमके), शरद यादव, उमर अब्दुल्ला, हेमंत सोरेन और अजित सिंह शामिल थे।
किसी और नाम पर चर्चा तक नहीं हुई
बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की और जेडीयू समेत सभी पार्टियों ने गोपालकृष्ण गांधी के नाम पर सहमति जताई। दरअसल इस बैठक से पहले ही विपक्षी दलों से गोपालकृष्ण गांधी को लेकर बात की गई थी और बैठक में किसी और नाम पर चर्चा तक नहीं हुई।
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