उन्होंने कहा कि अकाली यह बात बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि लोगों के गुस्से के कारण वह पंजाब में सरकार नहीं बना सकते हैं।
टांगरा (अमृतसर)। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि 2017 की विधान सभा मतदान के लिए अकाली-भाजपा गठजोड़ और कांग्रेस ने आपसी सहमति से मैदान में उम्मीदवार उतारने का गुप्त एजेंडा तैयार कर लिया है। केजरीवाल ने अपने छह दिवसीय पंजाब दौरे के पहले दिन शनिवार को कहा कि ‘आप’ की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रदेश अध्यक्ष अमरिन्दर और शिरोमणी अकाली दल के और उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने आगामी विधान सभा मतदान में फायदा लेने के लिए बैठक की।
उन्होंने कहा कि दोनों अच्छी तरह जानते हैं कि अकाली-भाजपा गठजोड़ और कांग्रेस राज्य में सरकार नहीं बना सकते, इस लिए उनकी तरफ से आपसी सहमति के साथ उम्मीदवार खड़े किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकाली यह बात बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि लोगों के गुस्से के कारण वह पंजाब में सरकार नहीं बना सकते हैं। यहाँ तक कि सरकार की गलत नीतियों से सभी लोग अकालियों को अपने गांवों में भी नहीं घुसने देंगे।
केजरीवाल ने कहा कि सुखबीर बादल और कैप्टन के बीच वाले गुप्त समझौतो का इस से अनुमान लगाया जा सकता है कि बादल सरकार ने मतदान से कुछ महीनें पहले ही अमरिंदर सिंह के खिलाफ चल रहे सभी केस बंद कर दिए हैं। उन्होने लोगों से पूछा कि सुखबीर बादल को कैप्टन अमरिंदर सिंह को गिरफ्तार करने से कौन रोक रहा है, जबकि आयकर विभाग ने कैप्टन और उनके परिवार के खिलाफ स्विस बैंक खातों में काला धन होने सम्बन्धित चार्जशीट पेश की है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह ही जब केंद्र में 10 सालों तक कांग्रेस की सरकार रही, तो उन्होंने कभी भी करोड़ों रुपए की नशा तस्करी केस में बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कोई केस दर्ज न किया और इस दौरान अमरिन्दर सिंह ने मजीठिया के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग से इनकार करते हुए उसका बचाव किया था।