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नोटबंदी पर विपक्ष का हंगामा, लोस सोमवार तक के लिए स्थगित

Published: Nov 18, 2016 01:20:00 pm

Submitted by:

Abhishek Tiwari

बीजेपी ने व्हिप जारी कर अपने सभी सांसदों को संसद में मौजूद रहने के लिए कहा है

Winter Session Of Parliament, 3rd Day

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नई दिल्ली। लोकसभा में नोटबंदी पर विपक्षी सदस्यों की ओर से नियम 56 के तहत चर्चा कराने की मांग को लेकर भारी हंगामा करने के कारण सदन शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी नहीं चल पाई और एक बार के स्थगन के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह 11 बजे लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए आवश्यक दस्तावेज पटल पर जैसे ही रखे तो सदन में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने अध्यक्ष से कामरोको प्रस्ताव के तहत नोटबंदी पर चर्चा कराने की मांग की।

खडग़े ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से मजदूरों और गरीबों को बहुत तकलीफ पहुंच रही है। ऐसे में पूरा सदन इस मसले पर चर्चा चाहता है। इसी दौरान अन्य विपक्षी सदस्य भी उनके साथ खड़े हो गए और उनकी मांग का समर्थन किया। अध्यक्ष के खडग़े के कामरोको प्रस्ताव को नामंजूर कर दिए जाने से विपक्षी सदस्य आसन के समीप पहुंच गए और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी।

इस बीच संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने विपक्षी सदस्यों को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि सरकार नियम 193 के तहत नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले में सारा देश प्रधानमंत्री मोदी के साथ है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और कालेधन की इस लड़ाई में सभी प्रधानमंत्री के साथ खड़े हैं। विपक्षी सदस्यों अंनतकुमार को अनसुना किया और हंगामा करते रहे। महाजन ने सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन इसका कोई असर नहीं होता देख उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी ।


पीएम न बनाई पलटवार की रणनीति
शुक्रवार को संसद शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों और सांसदों के साथ बैछक कर पलटवार की रणनीति बनाई। बैठक में सीनियर मिनिस्टर्स अरुण जेटली, वेंकैया नायडू और अनंत कुमार भी मौजूद थे।




अरुण जेटली ही संभालेंगे सरकार की तरफ से मोर्चा
बता दें कि विपक्षी सांसद नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में पीएम मोदी के बोलने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरकार विपक्ष की मांग को पूरा करने के मूड में नजर नहीं है। सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ही सरकार की तरफ से मोर्च संभालेंगे, जबकि पीएम मोदी बहस में हिस्सा नहीं लेंगे।

पीएम नहीं बोलेंगे तो कार्यवाही नहींः कांग्रेस

कांग्रेस सहित कई पार्टियों ने जहां ऐलान कर दिया है कि जब तक पीएम नहीं बोलेंगे तब तक कार्यवाही नहीं होगी तो वहीं केंद्र के रुख से यह साफ हो रहा है कि पीएम संसद से अगले एक हफ्ते तक दूर ही रहने वाले हैं। हालांकि केंद्र विपक्षियों को मनाने की कोशिश कर सकती है।




पीएम विपक्ष की बात को दरकिनार कर सदन का अपमान न करे
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि विपक्ष गुरुवार से ही संसद में पीएम मोदी के बोलने का इंतजार कर रहा है। पीएम इसको दरकिनार कर संसद का अपमान न करें। हम जैसे लोगों को ज्यादा दिक्कत भले ही न हो रही हो लेकिन बाहर कतारों में खड़े लोग रो रहे हैं। लेकिन सरकार ने उनकी मदद करने की बजाय नकद निकासी सीम को घटाकर 2000 रुपये कर दी।

वित्त मंत्री द्वारा बताया जाने वाला मुद्दा, इसलिए वहीं बोलेंगे

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने बताया कि नोटबंदी वित्त मंत्रालय और वित्त मंत्री द्वारा बताया जाने वाला मुद्दा है। इसलिए संसद में वित्त मंत्री ही सवालों का जवाब देंगे। गंगवार बोले कि असल में विपक्ष का पासा उलटा पड़ गया है। विपक्ष यह नहीं कह सकता है कि काला धन पर रोक न लगे। हम बहस को तैयार हैं, अगर विपक्ष वित्त मंत्री के जवाब से संतुष्ट न हो तब पीएम के बोलने की नौबत आएगी।

गुलाम नबी आजाद मांगे माफी
वहीं गुरुवार को राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बयान को लेकर आज भी हंगामा होने के आसार हैं। हालांकि कांग्रेस आजाद के बयान के बचाव के मोड में नजर आ रही है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि गुलाम नबी ने उड़ी हमले में मारे गए शहीदों की तुलना बैंकों की कतार में खड़े लोगों से नहीं की है। माफी मांगने की जरूरत नहीं है। वेंकैया नायडू हर चीज को सांप्रदायिक रंग देना चाहते हैं। हम इसका विरोध करते हैं।

जेडीयू नेता केसी त्यागी गुलाम नबी आजाद के बयान पर बोले कि उड़ी में दो हमला हुआ वहां जवानों की शहादत हुई है। बैंकों की लाइन में खड़े रहने से मरने वालों की तुलना शहीदों से नहीं की जा सकती है।

दूसरी तरफ, सदन में कांग्रेस के साथ ही तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी सरकार को घेरने की तैयारी में है। हालांकि सरकार विपक्षियों को बाचतीच के जरिए साधने की कोशिश करेगी। इस क्रम में केंद्रीय मंत्री वरिष्ठ नेताओं से भी मिलेंगे। वहीं विपक्षी सरकार को अलग-थलग करने की रणनीति बना रहे हैं। एक तरफ कार्यवाही शुरू होने से पहले ही कांग्रेस ने संसद में बैठक बुलाई है। तो दूसरी ओर, टीएमसी ने गांधी प्रतिमा के सामने नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है।



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