यह बाइक मात्र 4 सेकेंड में 100 की स्पीड से दौड़ने लगती है। इस बाइक को पीयूसी जांच में प्रदूषण विभाग की तरफ से सर्टिफिकेट भी मिला हुआ है।
नई दिल्ली। किसी ने सही ही कहा कि हुनर किसी डिग्री या सुविधाओं का मोहताज नहीं होता है, इंसान में यदि कुछ करने का जज्बा हो तो वह इन चीजों के बगैर भी अपनी काबिलियत का साबित कर सकता है। ऐसा ही एक अनोखा करिश्मा कर दिखाया है इंदौर के रहने वाले दिलीप सेन ने।
यह बाइक पूरी तरह ईको-फ्रेंडली है
दिलीप ने अपनी जुगाडु दिमाग से एक ईको-फ्रेंडली बाइक का बनाया है। यह बाइक मात्र 4 सेकेंड में 100 की स्पीड से दौड़ने लगती है। इस बाइक को पीयूसी जांच में प्रदूषण विभाग की तरफ से सर्टिफिकेट भी मिला हुआ है। प्रदूषण जांच केंद्र पर उनकी बनाई बाइक का कॉर्बन-मोनो-ऑक्साइड का स्तर बेहद कम निकला। वहीं बाइक से कार्बन डाई ऑक्साइड और हाईड्रोजन क्लोराइड का उत्सर्जन स्तर शून्य पाया गया।
कहा से आया ऐसी बाइक बनाने का आइडिया
बता दें दिलीप हॉलीवुड स्टार जेम्स बांड के बड़े फैन है और वे उनकी सारी मूवी देखते है। इस बाइक बनाने का ख्याल भी उन्हें हॉलीवुड की फिल्मों को देखकर ही आया। इस बाइक तैयार करने में उन्हें करीब दो साल का वक्त लगा है। वहीं इस बाइक को बनाने में उन्हें करीब सवा लाख रुपए का खर्चा आया।
इंजन को ठंडा करने के लिए कूलिंग सिस्टम लगाया है
दिलीप ने इंजन में कई तरह के बदलाव करने के साथ साइलेंसर भी अलग से डिजाइन किया है। इस बाइक में कई इमरजेंसी फीचर्स भी लगाए हैं। अगर गाड़ी रास्ते में पंक्चर हो जाए तो इसमें ऑटोमैटिक हवा भरने का सिस्टम लगाया है। बाइक का इंजन यदि ज्यादा गर्म हो जाता है तो उसे ठंडा करने के लिए इसमें आॅटोमैटिक कूलिंग सिस्टम भी लगाया गया है।
फिंगर प्रिंट से स्टार्ट और बंद होती है बाइक
यह बाइक फिंगर प्रिंट से आॅन और आॅफ होती है। बटन को जैसे ही अंगुली से रखते है तो बाइक चालू हो जाती है और जब बाइक बंद करना हो तो भी उसे बटन का अंगुली रखनी पड़ती हैं। इस बाइक में एक छोटा कंप्यूटर भी लगाया गया है, जो इस बाइक की पूरी कंट्रोलिंग करता है। इस बाइक में दिलीप ने हर चीज पर सेंसर लगाए है जो गाड़ी में किसी तरह की दिक्कत होने पर मोबाइल में मैसेजिंग अलर्टनेस में नजर आ जाते है। इस बाइक में लगी हैडलाइट भी आॅटोमैटिक है जो रात होते ही अपने आप जलने लग जाती है।