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हॉकी टेस्टः शूटआउट में हारा भारत, आस्ट्रेलिया ने सीरीज 2-0 से जीती

Published: Nov 23, 2015 09:37:00 pm

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balram singh

आस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट मैच में भारत को पेनाल्टी शूटआउट के आधार पर 3-2 से हराते हुए तीन मैचों की सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली।

आस्ट्रेलिया ने सोमवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत को पेनाल्टी शूटआउट के आधार पर 3-2 से हराते हुए तीन मैचों की सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली।

निर्धारित समय की समाप्ति तक भारत ने यह मैच 3-2 से जीत कर सीरीज को बराबर कर दिया था पर दोनों टीमों के सीरीज में छह-छह गोल और एक-एक मैच जीतने के कारण सीरीज के विजेता का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ।

दोनों टीमों के बीच राजनांदगांव में 19 नवम्बर को खेला गया पहला मुकाबला 2-2 की बराबरी पर छूटा था। इसके बाद रायपुर में खेला गया दूसरा मुकाबला आस्ट्रेलिया ने 2-1 से जीता था।
AKASHDEEP SINGH

मैच के शुरुआत में ही भारत ने पहले पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलते हुए बढ़त हासिल की थी। भारत के लिए यह गोल वीआर रघुनाथ ने 17वें मिनट में किया था। इसके बाद 36वें मिनट में ट्रेंट मिटन ने एक बेहतरीन फील्ड गोल करते हुए अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।

मैच का तीसरा और भारत का दूसरा गोल रुपिंदर पाल सिंह ने पेनाल्टी कार्नर पर किया। इसके साथ भारत ने बढ़त बनाई। यह गोल 41वें मिनट में हुआ। लेकिन ट्रेंट मिटन ने एक बार फिर 54वें मिनट में फील्ड गोल किया और अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।
HOCKEY_INDIA_

अगर मैच बराबरी पर समाप्त हो जाता तो आस्ट्रेलिया यह सीरीज 1-0 से जीत लेता क्योंकि उसने रायपुर में खेले गए दूसरे मैच में जीत हासिल की थी। भारत को शायद यह मंजूर नहीं था। उसने अपने हमले तेज कर दिए।

भारतीय खिलाड़ियों ने गजब का खेल दिखाया और इसी प्रयास में आकाशदीप सिंह ने अंतिम मिनट में एक बेहतरीन गोल कर अपनी टीम को 3-2 से जीत दिला दी लेकिन सीरीज का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ
HOCKEY_INDIA 

भारत की ओर से शूटआउट के दौरान जो दो गोल हुए उनमें से एक पेनाल्टी स्ट्रोक पर हुआ लेकिन धर्मवीर सिंह द्वारा हासिल दूसरे पेनाल्टी स्ट्रोक पर रघुनाथ गोल नहीं कर सके। अगर रघुनाथ यह गोल कर लेते तो फिर दोनों टीमों को एक-एक मौका और मिलता और ऐसी स्थिति में कुछ भी हो सकता था।

खास बात यह है कि राजनांदगांव और रायपुर में हुए पहले मैच में भारतीय टीम एक समय बढ़त लिए हुए थी लेकिन अंतिम समय में उसके लचर प्रदर्शन के कारण आस्ट्रेलिया ने पहला मैच ड्रॉ किया और दूसरा मैच जीत लिया।
sardar

यह सीरीज दोनों टीमों के लिए काफी अहम थी। यहां 27 नवम्बर से होने वाले हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) से पहले दोनों को तैयारी का जायजा लेने का मौका मिला और साथ ही रायपुर के माहौल में ढलने में सफलता मिली।

आस्ट्रेलिया ने सीरीज से बहुत कुछ सीखा है क्योंकि इससे पहले कभी भी भारतीय टीम ने उनको इतनी कड़ी टक्कर नहीं दी थी।

एचडब्ल्यूएल में भारत और आस्ट्रेलिया सहित कुल 8 टीमें हिस्सा लेंगी। लीग के पहले संस्करण का खिताब आस्ट्रेलिया ने जीता था। पहले संस्करण का आयोजन नई दिल्ली में हुआ था।
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