सवालों के साए में सिहा हत्याकांड : जब युवक था घायल तो कैसे किया तीन पर जानलेवा हमला
पुसौर थाना क्षेत्र के सिहा गांव में हुए हत्याकांड मामले में कई अनसुलझे सवाल लोगों को झकझोर रहे हैं। अहम सवाल यह है कि जब युवक घायल था
Siha killings in the face of questions
रायगढ़. पुसौर थाना क्षेत्र के सिहा गांव में हुए हत्याकांड मामले में कई अनसुलझे सवाल लोगों को झकझोर रहे हैं। अहम सवाल यह है कि जब युवक घायल था,
उसके पैर बंधे हुए थे तो फिर इसने तीन लोगों को कैसे मार दिया और एक को मरनासन्न स्थिति में पहुंचा दिया। अब दूसरा सवाल यह है कि जब परिवार के चार सदस्य मरनासन्न स्थिति में थे और एक-एक कर उनकी मौत हुई वहीं चौथे की हालत गंभीर है तो फिर युवक को किसने बांधा और उसे किसने मारा। फिलहाल पुलिस इन सभी पहलुओं की विवेचना में लगी हुई है।
ग्राम सिहा में हुए हत्याकांड में एक युवक सहित एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत व चौथे के गंभीर होने की परत उलझती जा रही है। इस घटनाक्रम का जो परिणाम आया है उसमें युवक कार्तिक की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे पक्ष के दो लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें प्रेमशीला व अंकित शामिल है।
जबकि इसी पक्ष का तीसरा व्यक्ति पुस्तम जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। ऐसे में इस बात पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है कि जब युवक कार्तिक पुस्तम प्रधान के घर में घुसा और उसने एक-एक करके तीन लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। हमला इतना खतरनाक था कि दो की मौत हो गई जबकि तीसरा अभी कोमा में है।
ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि जब उस परिवार के सभी लोग मरनासन्न स्थिति में थे, गंभीर रूप से घायल थे तो फिर युवक के पैर किसने बांधे, उसकी पीट-पीटकर हत्या कैसे हो गई।
दूसरी ओर जब युवक का पैर बंधा था तो फिर उसने हमला कैसे किया। यह बात भी स्पष्ट है कि जिसने भी युवक का पैर बांधा होगा वह पक्का गंभीर रूप से घायल वाली स्थिति में नहीं होगा। इसके बाद भी दूसरे पक्ष के सारे लोग गंभीर रूप से घायल हुए ये संशय के बादल को और भी गहरा कर रहा है।
इस पूरे मामले में ये आशंका यह बन रही है कि या तो युवक के हमला करने के बाद एक अलग स्थिति बनी है। या फिर युवक के मौत के बाद एक अलग स्थिति बनी है।
इन दोनों ही अलग स्थितियों की कड़ी फिलहाल जुड़ नहीं पा रही है। पुलिस की ओर से मामले की विवेचना की बात कही जा रही है। जल्द ही इस मामले में राज का पर्दाफाश होने की बात कही जा रही है।
क्या है मामला- इस मामले में बुधवार व गुरुवार की दरमियानी रात को युवक कार्तिक की क्षतविक्षत लाश गांव के ही पुस्तम के यहां आधी रात को अर्धनग्न अवस्था में मिली है।
पास में एक टांगी भी रखी हुई है। दूसरी ओर पुस्तम के यहां पुस्तम को मिलाकर तीन लोग गंभीर स्थिति में मिले जिसमें से दो की मौत अस्पताल में हो गई जबकि पुस्तम की हालत काफी गंभीर है और वो कोमा में है।
सवाल यह भी है कि पहले पक्ष से कार्तिक अकेला पुस्तम के घर में मिलता है जबकि दूसरे पक्ष यानि कि उस घर के सभी लोग मरनासन्न स्थिति में हैं।
इसके अलावा अहम यह भी है कि इस घटना में दोनों पक्षों में किसी प्रकार की कोई समानता नहीं है, न तो जाति एक है, न ही वो पड़ोसी हैं, न ही किसी प्रकार का कोई संपत्ति विवाद है और न ही कोई अन्य विवाद की खबर अभी तक सामने आई है।
कोई और भी तो शामिल नहीं- हत्याकांड का यह मामला जिस प्रकार से घटनाओं में उलझा है उससे यह संशय भी उठ रहा है कि इस कांड में तीसरा पक्ष शामिल है,
जो या तो इस घटना के दौरान शामिल था या फिर इस घटना के पहले चरण के बाद शामिल हुआ और पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया। यदि ऐसा है तो वो पक्ष अभी जांच के दायरे से दूर है पर पुलिस की तलाश इस एंगल पर भी जारी है।