15 साल पुरानी पांच बसों को किया बाहर
शासन द्वारा यात्री बसों की अवधि तय किए जाने के बाद परिवहन विभाग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दिया है।
The 15-year-old five buses out of service
रायगढ़. शासन द्वारा यात्री बसों की अवधि तय किए जाने के बाद परिवहन विभाग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दिया है।
अब तक जिले में 15 साल से अधिक अवधि वाली पांच बसें परिचालन करते हुई पायी गयी। जिसमें से सभी को नोटिस थमाने के बाद तीन ने रिप्लेसमेंट कर लिया तो वहीं एक ने अपना परमिट निरस्त करा लिया है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो अभी तक जांच में सामने आए उम्रदराज ये पांचों बसे शहर के बस स्टेंड में नजर नहीं आएंगी। ये बसें भी विभाग के पकड़ में नहीं आती,
लेकिन उक्त बस संचालकों ने परमिट की अवधि बढ़ाने के लिए विभाग को दस्तावेज के साथ आवेदन किया था। इसके बाद आडिट जांच के दौरान आपत्ति लगी और बताया गया कि उक्त बसें 15 साल से पुरानी है।
अब ये बसें सड़कों पर दौडऩे की स्थिति में नही हैं जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने पांचों को नोटिस जारी किया।
नोटिस में यह स्पष्ट किया गया कि या तो बसों का रिप्लेसमेंट कर दोबारा आवेदन किया जाए नहीं तो परमिट निरस्त किया जाएगा।
इस पर तीन वाहनों को रिप्लेसमेंट कर दस्तावेज विभाग में जमा करने के बाद नए वाहनों को परमिट की अवधि बढ़ाई गई वहीं एक बस ऑपरेटर ने अपनी बस नहीं चलाने की इच्छा जाहिर की जिस पर उसका परमिट निरस्त कर दिया गया। वहीं एक अन्य ऑपरेटर के जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
जांच करने पर और आएंगे सामने
उम्र को लेकर अभी तक बसों की जांच शुरू नहीं की गई। उक्त वाहन तो परमिट की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन किए तो पकड़े गए। लेकिन जिले में कई ऐसे पुराने बस दौड़ रही हैं।
अगर इनकी जांच किया जाए तो ऐसे कई वाहन जिले के सड़कों से बाहर होंगे।
अब करने लगे हैं जांच
बताया जाता है कि पहले परमिट जारी करने के दौरान बसों के उम्र की जांच नहीं होती थी। लेकिन ऑडिट में आपत्ति के बाद पांच बसों
पर कार्रवाई होने के बाद अब विभाग के कर्मचारी ऐसे वाहनों के आवेदन लेने से पहले ही इसकी जांच की जा रही है। ताकि ऐसे बसों पर कार्रवाई की जा सके।
विदित हो बस के मामले में तात्ताकलीन कलक्टर अशोक अग्रवाल ने जांच करवाई थी और बसों को खड़ा करवा दिया था।