त्रिवेणी इंजीकॉन से मांगा मुरूम का हिसाब, खनिज विभाग ने रोकी अनुमति की फाइल
तालाब गहरीकरण कर मुरूम उत्खनन करने के लिए मांगी
गई अनुमति खनिज विभाग ने रोक दिया है। पूर्व में लारा एनटपीसी में
समतलीकरण करने के लिए उक्त कंपनी द्वारा खपाए गए मुरूम का पहले हिसाब देने
का निर्देश दिया गया है।
Triveni Injicon accounted asked the Murom, stopped to allow the file to the Department of Mineral
रायगढ़. त्रिवेणी इंजीकॉन द्वारा तालाब गहरीकरण कर मुरूम उत्खनन करने के लिए मांगी गई अनुमति पर खनिज विभाग ने रोक दिया है। पूर्व में लारा एनटपीसी में समतलीकरण करने के लिए उक्त कंपनी द्वारा खपाए गए मुरूम का पहले हिसाब देने का निर्देश दिया गया है। खनिज विभाग ने संबंधित कंपनी को स्पष्ट रूप से कहा है कि पहले पूर्व में की गई मुरूम सप्लाई का हिसाब दे उक्त मुरूम कहां से उत्खनन किया गया और कितना किया गया।
इसमें विभाग को कितना रायल्टी जमा किया गया। बताया जाता है कि नियमानुसार किसी भी कंपनी को पूर्व में किए गए उत्खनन और रायल्टी संबंधी जानकारी प्रस्तुत किए बगैर नए के लिए अनुमति नहीं दिया जाता है जबकि गौर किया जाए तो उक्त कंपनी ने तो पूर्व में काम भले ही किया है लेकिन विभाग से अनुमति व रायल्टी जमा नहीं किया है। इसकी शिकायत मिलने पर खनिज विभाग ने उक्त कंपनी द्वारा मुरूम उत्खनन करने के लिए मांगी गई अनुमति की फाइल पर अभी रोक लगा दिया है।
इसलिए मांगा गया है अनुमति
बताया जाता है कि एनटीपीसी रेल लाइन में उक्त कंपनी ने मुरूम सप्लाई करने का काम लिया है। इसलिए दो तालाबों का गहरीकरण करने के बहाने वहां का मुरूम उक्त रेल लाइन में सप्लाई करने की तैयारी है। इसके लिए कंपनी ने पिछले दिनों खनिज विभाग से अनुमति मांगी है।
नियम का नहीं हो रहा पालन
सरकारी निर्माण में गौण खनिज के उपयोग के लिए खदान स्वीकृत कराने का नियम है लेकिन एनटीपीसी में इतने कंपनी संचालित हो रहे हैं और गौण खनिज का लगातार उपयोग हो रहा है इसके बाद भी संबंधित कंपनियों ने खदान स्वीकृत नहीं कराया है। इसके बाद भी गौण खनिज की सप्लाई हो रही है।