देश में असहिष्णुता बढऩे के नाम पर 80 से अधिक बुद्धिजीवियों द्वारा पुरस्कार लौटाए जाने के विरोध में ‘मार्च फॉर इंडिया’ की अगुवाई करने वाले फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शनिवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की।
देश में असहिष्णुता बढऩे के नाम पर 80 से अधिक बुद्धिजीवियों द्वारा पुरस्कार लौटाए जाने के विरोध में ‘मार्च फॉर इंडिया’ की अगुवाई करने वाले फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शनिवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की।
खेर अपने साथी कलाकारों के साथ दिन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिले थे और देश की छवि को खराब करने वाली ताकतों के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया था।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘पीएम मोदी ने हमारी बातों को गौर से सुना और माना कि देश में बढ़ता असहिष्णुता का मुद्दा देश की छवि को लगातार ठेस पहुंचा रहा है।’
खेर ने देश में कथित असहिष्णुता बढ़ने के खिलाफ विरोध कर रहे फिल्मकारों से भी अपील करते हुए कहा कि जिन फिल्मकारों और डॉक्युमेंट्री मेकर्स को कोई शिकायत है तो उन्हें पीएम मोदी से जाकर मुलाकात करनी चाहिए न कि सरकार का इंतजार करना चाहिए कि वह आए और उनसे बात करे।
उन्होंने कहा, ‘हमें विरोध करने का पूरा हक है लेकिन हमारे और देश की एकता के बीच कुछ भी नहीं आना चाहिए।’
इसके अलावा मुनव्वर राना के बारे में हुई पीएम मोदी से बातचीत के बारे में पत्रकारों से बताते हुए अनुपम खेर ने कहा, ‘पीएम ने हमसे बताया कि उन्होंने मुनव्वर को टीवी पर यह कहते हुए सुना था कि अगर पीएम मोदी मुझे बुलाते हैं तो मैं जाऊंगा और उनसे मिलूंगा, लेकिन हमारे ऑफिस (पीएमओ) ने उनसे बात की और आने का अनुरोध भी किया लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।’
प्रधानमंत्री से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में खेर के अलावा निर्देशक मधुर भंडारकर, प्रियदर्शन, अशोक पंडित, मशहूर लोक गायिका मालिनी अवस्थी और समाज विज्ञानी मधु किश्वर सहित कई हस्तियां शामिल थीं।
इससे पहले अनुपम खेर के नेतृत्व में इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक निकाले गए ‘मार्च फॉर इंडिया’ में पद्म विभूषण से सम्मानित प्रख्यात नर्तक बिरजू महाराज, जानेमाने लेखक नरेंद्र कोहली, मधुर भंडारकर, चर्चित गायक अभिजीत और मालिनी अवस्थी, मधु किश्वर, फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला तथा अशोक पंडित समेत कई कलाकारों ने भाग लिया।
बाद में खेर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन पर 40 से अधिक कलाकारों और लेखकों के हस्ताक्षर थे। इस बीच पुरस्कार लौटाने वाले फिल्मकार आनंद पटवर्धन ने कहा है कि यह लोकतांत्रिक देश है और जिस तरह खेर को मार्च निकालने का अधिकार है वैसे ही हम भी पुरस्कार लौटाने के लिए स्वतंत्र हैं।