रायपुर. प्रदेश के सबसे बड़े अम्बेडकर अस्पताल में ट्रॉमा पहुंचने वाले मरीजों को अब 24 घंटे तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल सकेगी। सबसे अहम है, यदि व्यक्ति के पास स्मार्ट कार्ड नहीं है या फिर कोई भी कार्ड नहीं है। फिर भी उन्हें इलाज में व्यवधान नहीं पड़ेगा। 24 घंटे के बाद ही ट्रॉमा के मरीजों को इलाज संबंधी शुल्क लिए जाएंगे। शासन से मिले निर्देश को अम्बेडकर अस्पताल ने सभी विभागों को जारी किया है।
संयुक्त संचालक कार्यालय अम्बेडकर अस्पताल द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक बंदी, एमएलसी, पुलिस केस तथा आकस्मिक उपचार हेतु आने वाले रोगियों को 24 घंटे तक नि:शुल्क उपचार एवं जांच कराने की पात्रता होगी। ऐसे मरीजों को पैसे के अभाव में इलाज, जांच नहीं रोकी जाएगी। इतना ही नहीं कई अन्य लोगों को भी नि: शुल्क सेवाएं प्रदान किया जाएगा। फैसला ट्रामा पहुंचने वाले मरीजों के इलाज में आ रही परेशानियों को देखते हुए लिया है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि शुरुआती २४ घंटा मरीजों के लिए सबसे अहम होता है। यदि ऐसे समय में इलाज शुरू हो जाता है और किसी तरह का व्यवधान नहीं आता तो मरीज की बचने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। यह हमारे लिए अच्छा।
इन्हें भी मुफ्त इलाज गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्यबीमा योजना के कार्ड धारक जिनके कार्ड की राशि खत्म हो गई हो, राज्य शासन के कर्मचारी जो मेडिकल एलाउंस नहीं प्राप्त कर रहे हों, चिकित्सा महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं नर्स एवं चिकित्सक अगर चिकित्सा सेवा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, ग्रीन कार्ड धारक, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के मितानिन, भारतीय सेना, सीमा सुरक्षा, भारत तिब्बत सीमा पुलिस केंदरीय पुलिस बल, राज्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों में मास कैजुअल्टी वाले रोगी को मुफ्त इलाज मिलेगा।
अक्सर शिकायत मिलती है कि ट्रामा में इलाज नहीं मिल रहा है। जिसकी मुख्य वजह राशि रहती है। इसे देखते हुए ट्रामा पहुंचने पर 24 घंटे तक मुफ्त इलाज करने का फैसला लिया गया है।
डॉ. विवेक चौधरी, अस्पताल अधीक्षक
(सुष्मिता श्रीवास्तव)