कालेधन को खपाए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस अध्यक्ष अजीत जोगी ने बड़ा खुलासा किया है।
Ajit Jogi alleged BJP MLA
रायपुर. नोटबंदी की घोषणा के बाद जहां पूरा देश बैंकों और एटीएम के बाहर लाइनों में लगा हुआ है वहीं कालेधन को खपाए जाने को लेकर तरह-तरह के ट्रिक अपना रहे हैं। बीजेपी के मंत्री और विधायक भी कालेधन को सफेद करने में जुटे हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष अजीत जोगी ने भाजपा पर ये आरोप लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री काले धन को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं दूसरी ओर उनके मंत्री और नेता काले धन को ठिकाने लगाने में जुटे हुए हैं।
जोगी ने मीडिया से बातचीत करते हुए मनेन्द्रगढ़ के भाजपा विधायक श्याम बिहारी जायसवाल पर कालेधन को गांव वालों को बांटकर ठिकाने लगाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि विधायक चिरमिरी में आयोजित एक कार्यक्रम के तहत कंबल वितरण की आड़ में 500 और 1000 के पुराने नोट बांटे। विधायक ने गरीबों को पुराने नोटों को कंबल के नीचे रख कर बांटे। इसमें कई नोट जले भी पाए गए। जोगी ने इस पूरी घटना की फोटो और वीडियो जारी की।
जोगी ने प्रधानमंत्री मोदी को ट्वीट कर इस पूरी घटना की जानकारी दी। साथ ही इस पूरे मामले की गहन जांच के साथ भाजपा नेताओं पर तत्काल कार्यवाही की मांग की।
उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक ने इस कार्यक्रम में आए ग्रामीणों के नाम पते लिख लिए और एक कार्ड की प्रति के रूप में उन्हें दे दी। और उन्हें लालच देकर काले धन को जनधन योजना के तहत खातों में जमा करने के लिए कहा।
जोगी ने मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें दस हज़ार करोड़ का प्रधानमंत्री कहा। उन्होंने मोदी से सवाल पूछा कि प्रधानमंत्री बनने चुनाव में खर्च किए गए 10 हज़ार करोड़ काला धन नहीं है क्या?
इस बीच जोगी ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मामले में मुख्यमंत्री रमन सिंह पर रिश्वत लिए जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। वहीं उन्होंने पनामा पेपर लीक के मामले में सीएम रमन सिंह के बेटे और भाजपा सांसद अभिषेक सिंह का नाम आने पर उन्हें आड़े हाथों लिया। जोगी ने सांसद अभिषेक के विदेशी खातों की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराए जाने की मांग की।
छजकां ने की आंदोलन की घोषणा
नोटबंदी के गलत क्रियान्वयन ने व्यापार, रोजगार और कामगार को जीते जी मार दिया। प्रदेश के लोगों की आर्थिक स्थिति के साथ-साथ अर्थव्यवस्था भी चरमरा गई है। जिस सरकार ने लोगों के खातों में 15 लाख जमा करने की बात कही थी उसने लोगों की जेबें ही खाली कर दी। छजकां राज्य सरकार को जनता की परेशानियों का आभास कराने 8 दिसंबर को पूरे प्रदेश में प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगी।