अगर परोसी देश पाकिस्तान के साथ जंग छिड़ती है तो भारतीय वायुसेना हाइवे का इस्तेमान रनवे के रूप में कर सकती है। इसके तहत वायुसेना ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों को अपग्रेड किए जाने या नई सडक़ों के निर्माण की योजना का ब्योरा साझा करने को कहा है, क्योंकि अब भारतीय वायुसेना ऐसी सडक़ों की पहचान कर रही है, जहां आपात परिस्थितियों में लड़ाकू विमानों को लैंड करवाया जा सके।
वायुसेना का इसके पीछे मकसद ऐसे जरूरी बदलाव हैं जिससे सडक़ों के एक हिस्से का इस्तेमाल रनवे की तरह किया जा सके और फाइटर प्लेन जरूरत पडऩे पर उड़ान भरने के साथ-साथ उतर भी सकें।
इंडियन एयरफोर्स खासकर पाकिस्तान से जंग जैसे हालात बनने पर देश के हाईवेज़ का इस्तेमाल करना चाहती है। एयरफोर्स चाहती है कि देश के चुनिंदा हाईवे ऐसे हों जहां से फाइटर जेट्स लैंडिंग और टेकऑफ कर सकें।
इसके लिए एयरफोर्स ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से बात की है। अथॉरिटी से हाईवे बनाने के बारे में डिटेल्स मांगी गई हैं। शुरुआती दौर में पाकिस्तान से सटे राज्यों में 8 हाईवे को रोड रनवे लायक बनाया जाएगा।
गौरतलब है कि इसी साल जुलाई में यमुना एक्सप्रेसवे पर मिराज-2000 की सफल लैंडिंग करवाई थी। सूत्रों का कहना है कि ऐसी सडक़ों को राजस्थान, गुजरात और पंजाब में विकसित किया जाएगा। इस राज्यों की सीमा पाकिस्तान से लगती है।