ऋण वसूली नहीं होने पर चेताया
जयपुरPublished: Nov 03, 2015 09:24:00 pm
हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक के नव निर्वाचित संचालक मंडल की पहली बैठक सोमवार को जंक्शन के प्रधान कार्यालय में हुई।
हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक के नव निर्वाचित संचालक मंडल की पहली बैठक सोमवार को जंक्शन के प्रधान कार्यालय में हुई। इस मैराथन बैठक में अध्यक्ष महेन्द्र पूनियां व सदस्यों ने बैंक के कामकाज की जानकारी ली। इसमें संचालक मंडल सदस्यों ने बैंक की आर्थिक स्थिति, जमा व अमानत राशि तथा किसान हित की योजनाओं की नवीन स्थिति की समीक्षा की। बैठक में करीब एक वर्ष प्रशासक के कार्यकाल में हुए निर्णयों की समीक्षा भी की गई।
इसमें अध्यक्ष व कई संचालक सदस्योंं ने किसानों को फसली ऋण में एक लाख रुपए की जगह कम राशि मिलने व वर्तमान में नए ऋण नहीं दिए जाने पर चर्चा की तथा इसे लेकर किसानों में रोष पर ध्यान दिलाया। इसके दृष्टिगत नए सदस्य बनाने व उनको भी फसली ऋण का लाभ देने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ ही बीते वर्षों में बांटे गए अल्पकालीन ऋण की वसूली में सुस्ती पर अध्यक्ष पूनियां व सदस्यों ने चिंता जताई तथा वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया ताकि बैंक की आर्थिक स्थिति प्रभावित नहीं हो तथा वसूली के बाद इसी राशि से अन्य किसानों को ऋण देने की प्रक्रिया को बाधित होने से रोका जा सके। अध्यक्ष ने ऋण वसूली नहीं होने पर कर्मचारियों को चेताया तथा ऋण वसूली लक्ष्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के लिए पाबंद किया। बैंक की अल्पकालीन ऋण के तौर पर वितरीत 648 करोड़ रुपए की वसूली होनी शेष है। संचालक मंडल ने इस राशि की अधिकतम वसूली का लक्ष्य तय किया।
बैठक में प्रबंध संचालक रविन्द्र राजपुरोहित ने रिजर्व बैंक व अन्य संस्थाओं में जमा बैंक की हिस्सा राशि की जानकारी दी। इसमें वार्षिक टर्नओवर के आधार पर बैंक की वर्तमान अमानत राशि को कम आंका गया तथा इसे बढ़ाने का निर्णय किया गया। बैंक की अमानत राशि 33052.52 लाख है जिसे बढ़ाने के लिए बैंक की ओर से प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे बैंक की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सकेगी। इसमें रावतसर में बैंक के निर्माणाधीन भवन में लॉकर व्यवस्था का निर्णय किया गया। इससे रावतसर व इसके आसपास के उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। फिलहाल जिले में बैंक की 26 में से केवल टिब्बी शाखा में ही लॉकर सुविधा है। अध्यक्ष पूनिया ने कहा कि रावतसर शाखा में लॉकर सुविधा होने से बैंक की आय में वृद्धि हो सकेगी व इससे जमाकर्ताओं में बैंक के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा। इसमें बैंक की आम सभा दो दिसम्बर को बुलाने का निर्णय भी किया गया। संचालक मंडल के सदस्यों व अध्यक्ष ने बैंक की किसी भी शाखा में वित्तीय अनियमितता को सख्ती से रोकने तथा अनियमितता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई करने का संकेत भी दिया।
बैठक बैंक के प्रधान कार्यालय में सुबह 11 बजे शुरू हुई जो शाम पांच बजे तक चली। इसमें अध्यक्ष व संचालक मंडल के सभी सदस्य, प्रबंध निदेशक रविन्द्र राजपुरोहित, वरिष्ठ प्रबंधक प्रशासन रामकुमार सहारण, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं सुलतानसिंह बेनीवाल व अन्य शामिल हुए।
गबन का आरोपित मेनेजर निलंबित
संचालक मंडल की पहली बैठक में थालड़का शाखा में कुछ माह पहले गबन के मामले की गाज जांच से घिरे मेनेजर पर गिर गई। बैठक में गबन के मामले की समीक्षा की गई। ऐसे मामलों मेें कठोर निर्णय का सुझाव आने पर अध्यक्ष व संचालक मंडल ने इस वर्ष फरवरी माह में थालड़का शाखा में गबन के आरोपित तत्कालीन मेनेजर बृजमोहन मीणा को निलंबित करने का निर्णय किया। इसकी पालना में प्रबंध निदेशक ने मीणा को तत्काल निलंबित कर दिया। वर्तमान में मीणा प्रधान कार्यालय जंक्शन में तैनात हैं। प्रकरण के अनुसार फरवरी में हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक की थालड़का शाखा में जमाकर्ताओं के ब्याज व कुछ अन्य मद के करीब 43 लाख रुपए गबन का मामला सामने आया। इसके बाद शाखा प्रबंधक बृजमोहन मीणा को वहां से हटाकर प्रधान कार्यालय में लगाया गया तथा प्रकरण की जांच लंबित है। इसी मामले में बैंक के संचालक मंडल ने मीणा को निलंबित करने का निर्णय किया।