कामधेनु ग्रामीण विकास संस्थान कर्रामाड़ दुुर्गुकोंदल में गायों की मौत के मामले के बाद सरकार ने गौशाला केंद्र को बंद करने के आदेश दिए हैं
रायपुर. कामधेनु ग्रामीण विकास संस्थान कर्रामाड़ दुुर्गुकोंदल में गायों की मौत के मामले के बाद सरकार ने गौशाला केंद्र को बंद करने के आदेश दिए हैं. वहाँ स्थित 202 मवेशियों को बालोद, धमतरी, कोंडागांव, , गुरुर, डौंडी, गौसेवा केंद्र शिफ्ट कर दिया गया है. इसके पहले मामले के तूल पकड़ने के बाद वहाँ के प्रभारी एवं पशु चिकित्सा सहायक डॉ. केपी राय को निलंबित कर दिया गया था. जांच में पाए रिपोर्ट के आधार पर राय के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि एकसाथ इतनी गायों के मौत के बाद देशभर में इसे लेकर सरकार की निंदा हो रही थी. जिसके बाद सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तार से जांच के लिए समिति का गठन किया था। मामले को लेकर इस संबंध में पशुधन विकास विभाग मंत्रालय से आदेश जारी करते हुए कहा था कि 3 से 13 अगस्त तक गौशाला में 22 पशुओं की आकस्मिक मौत हुई थी, जो कि गौशाला प्रभारी के घोर लापरवाही को प्रतीत करता है।
गौरतलब है कि इस केन्द्र में संचालकों की लापरवाही से रोजाना गाय देखरेख और चारे के अभाव में पिछले दो-तीन महीने में 150 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है। इसमें 50 से अधिक मरी गायों को जंगल में फेंक दिया गया। जबकि 70 से अधिक गायों को कंपाउंड में ही दफना दिया गया था. घटना के बाद शासन ने गौशाला प्रभारी को निलम्बित कर, उसे बंद करने के आदेश दिए हैं.